हरिद्वार की प्रसिद्ध मां मनसा देवी मंदिर में रविवार 27 जुलाई को हुए हादसे के बाद प्रशासन लगातार एक्शन मोड पर नजर आ रहा है. इस हादसे के बाद मनसा देवी मंदिर को जाने वाला सीधी मार्ग पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, यहां पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. दूसरी तरफ से पैदल मार्ग से श्रद्धालुओं की आवाजाही हो रही है, हादसे वाले स्थान पर अब पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है.
आपको बता दें कि मां मनसा देवी मंदिर मार्ग पर जाने के लिए दो पैदल मार्ग है, एक ब्रह्मपुत्र की तरफ से आ रहा है और दूसरा अपर रोड से शिरडी वाला मार्ग है. जबकि तीसरा मार्ग रोपवे है शिरडी वाले मार्ग पर मंदिर से ठीक नीचे रविवार को भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी.
हादसे वाली जगह पुलिस कर्मी किए गए तैनात
मनसा देवी मंदिर में जिस जगह हादसा हुआ वहां पर पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं, स्थान से थोड़ा आगे मंदिर परिसर की दुकानें बनी हुई है, इन दुकानों को हादसे के बाद सोमवार सुबह खोल दिया गया था. जब इसकी किसी ने वीडियो बनाई और वायरल किया तो फिर से दुकानों को बंद कर दिया गया. मनसा देवी मंदिर हादसे की जांच की जा रही है, राज्य सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच की आदेश दिये हैं. वहीं प्रदेश के तमाम मंदिरों में श्रद्धालुओं को धारण क्षमता के हिसाब से दर्शन करने के आदेश दिए गए हैं.
भगदड़ में 8 श्रद्धालुओं की मौत
दरअसल, 27 जुलाई 2025 को हरिद्वार की प्रसिद्ध मां मनसा देवी मंदिर में एक अफवाह की वजह से भगदड़ मच गई थी, जिस कारण इस हादसे में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. वहीं कई लोग इस हादसे में घायल हुए थे. वहीं घटना में जान गवाने वालों के परिवार के लिए सीएम पुष्कर सिंह ने आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था.
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