Haldwani Violence News: हल्द्वानी हिंसा का मास्टर माइंड अब्दुल मलिक पुलिस की गिरफ्त में है. उसका बेटा अब्दुल मुहिद अभी भी फरार है.अब्दुल मलिक को पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया है लेकिन अब्दुल मलिक को अदालत में मुजरिम साबित करना पुलिस से के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगा हल्द्वानी हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. अब्दुल मलिक पर पुलिस ने कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.


मलिक के वकीलों ने उसकी अग्रिम जमानत के लिए अदालत में बेल एप्लीकेशन लगाई है. जिस पर 27 फरवरी को फैसला होना था. लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने मलिक को गिरफ्तार कर लिया. मलिक के वकीलों का कहना हैं जानकारी हो चुकी थी की मलिक को गिरफ्तार किया जा चुका है.अब बेल एप्लीकेशन खुद ही निरस्त हो जाएगी हम कोर्ट में मलिक की जमानत के लिए खड़े होंगे.


हिंसा के 3 दिन पहले से ही हल्द्वानी से बाहर था मलिक 
अब्दुल मालिक हिंसा से 3 दिन पहले ही हल्द्वानी से बाहर चला गया था. सूत्रों की अगर मानें तो अब्दुल मलिक देहरादून में रहा. देहरादून में अब्दुल मलिक ने सचिवालय में भी प्रवेश किया. यहां के बड़े लोगों से भी उसने मुलाकात की ऐसे में अब्दुल मलिक का हल्द्वानी में ना होना और गंभीर धाराओं में उसके ऊपर मुकदमा दर्ज करना पुलिस के गले की हड्डी बन सकता है. क्योंकि पुलिस के लिए अब्दुल मलिक को आरोपी साबित करना टेढ़ी खीर साबित होगा कोर्ट में अब्दुल मलिक ने अपने सारे साक्ष्य रखने की बात कही है.


'मलिक के वकील क्या बोले'
अब्दुल मलिक के वकीलों के अनुसार अब्दुल मलिक हिंसा से 3 दिन पहले ही हल्द्वानी से चला गया था. वह देहरादून और दिल्ली में रहा ऐसे में हिंसा में उसके हाथ होने की कोई संभावना नहीं है. लेकिन पुलिस ने जिन धाराओं में अब्दुल मलिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वह काफी गंभीर है. ऐसे में अदालत के अंदर पुलिस के लिए यह साबित करना चुनौती पूर्ण होगा कि अब्दुल मलिक का हल्द्वानी हिंसा से सीधे तौर पर संबंध है.


अब्दुल मलिक का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह अधिकारियों से बहस करता हुआ दिखाई दे रहा है. लेकिन वह वीडियो भी कर और पांच तारीख का है. जबकि हल्द्वानी में हिंसा 8 फरवरी को बढ़ती थी. ऐसे में पुलिस के लिए अब्दुल मलिक को कोर्ट में आरोप साबित करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा. इसको लेकर के पुलिस ने कहा है कि हमारे पास सारे साक्ष्य मौजूद हैं कि अब्दुल मलिक इस पूरी घटना के पीछे साजिश कर्ता हैं.


क्या सरकार मलिक को दोषी साबित कर पाएगी
हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुई हिंसा में छह लोगों की मौत हुई थी. जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे तो वही सरकारी संपत्ति की अगर बात करें तो ढाई करोड़ से ज्यादा की सरकारी और प्राइवेट संपत्ति को नुकसान पहुंचा था. जिसके लिए अब्दुल मलिक को सरकार की तरफ से एक नोटिस भी जारी किया गया था. अब फिलहाल अब्दुल मलिक पुलिस की हिरासत में है लेकिन अब यह देखने वाली बात होगी कि सरकार कैसे अब्दुल मलिक से ढाई करोड़ रुपए वसूल करती है. साथ ही उसे इस पूरी घटना के लिए दोषी साबित करती है. 


ये भी पढ़ें: UP Politics: BSP सांसद ने छोड़ी पार्टी, BJP में हुए शामिल, अखिलेश यादव के साथ वायरल हुई थी तस्वीर