Gorakhpur Businessman Dies Under Suspicious Circumstances: कानपुर (Kanpur) के व्‍यापारी की संदिग्‍ध परिस्थितियों में मौत (Death) के 4 दिन बाद गोरखपुर (Gorakhpur) के एडीजी जोन अखिल कुमार (Akhil Kumar) होटल कृष्‍णा पैलेस (Hotel Krishna Palace) की जांच करने पहुंचे. इस दौरान उन्‍होंने बताया कि जो भी एफआईआर (Fir) हुई है, उसमें तीन नामजद और तीन अज्ञात हैं. जो लोग यहां पर आए थे, सारे सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं. उनके खिलाफ जांच होगी. इस तरह के कृत्‍य करने वालों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, उन्‍होंने ये भी कहा कि जब तक साक्ष्‍य संकलन नहीं हो जाता है, तब तक किसी भी मामले में गिरफ्तारी नहीं होती है.


दोस्तों से भी होगी पूछताछ  
होटल कृष्णा पैलेस के तीसरे फ्लोर पर जहां कमरा नंबर 512 है वहां एडीजी जोन अखिल कुमार जांच के लिए पहुंचे. जांच के बाद मीडिया से बात करते हुए एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार ने कहा कि उन्‍होंने एसएसपी को क्राइम ब्रांच के अलावा एसआईटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जो भी लोग मनीष गुप्‍ता के साथ रुके थे, उनसे भी पूछताछ होगी. इसके अलावा पोस्‍टमार्टम करने वाले चिकित्‍सक से भी जानेंगे कि चोट कैसे लगी है, साक्ष्‍य संकलित करें. जो भी विवेचक हैं उनका निर्णय है कि साक्ष्‍य संकलन कब तक करते हैं.


बयान से बातें साफ होंगी
अखिल कुमार ने कहा कि आरोप पुलिस पर है, तो जांच जल्‍द होनी चाहिए. जनता में भी कौतुहल हैं, लोग जानना चाहते हैं कि सच्‍चाई क्‍या है. उन्होंने कहा कि वो विवेचक नहीं हैं, वो यहां पर सामान्‍य जांच के लिए आए हैं. ये स्‍पष्‍ट है कि चेकिंग में यहां पर आए थे. चेकिंग के दौरान ही कुछ हुआ है. पहले से परिचित होने के साक्ष्‍य नहीं आए हैं. चेकिंग के दौरान क्‍या हुआ, इसमें होटल मालिक, सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे कर्मचारी और अन्‍य लोगों को बयान से बातें साफ होंगी.


दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई होगी 
रोज बहुत सारे लोग और पुलिसकर्मी अच्‍छा काम करते हैं. यहां पर ये दुर्भाग्‍यपूर्ण चेहरा दिखा. वो आश्‍वासन दिलाना चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई होगी. सभी बिंदुओं की विवेचना हमारे विवेचक करेंगे. हम किसी निर्णय पर पहुंच जाएं, इसके लिए कई पहलुओं पर जांच होनी चाहिए. सीसीटीवी जो रास्‍ते में लगे हैं उसमें ऑडियो भी आ रहा है, जो अपने को मृतक के रिश्‍तेदार से बात कर रहे हैं, इसकी भी छानबीन होनी चाहिए. पोस्‍टमार्टम करने वाले चिकित्‍सक, क्‍यों अस्‍पताल पहुंचने में देर हुई. कहां-कहां और किस रास्‍ते से उन्‍हें ले गए. इस बात की भी जांच होगी. रास्‍ते के भी सीसीटीवी फुटेज निकालने होंगे. डीएम-एसएसपी के वीडियो वायरल होने पर उन्‍होंने कहा कि वो क्‍या बात हो रही थी, उनसे ही पता चल पाएगा. ये मामला गंभीर है, साक्ष्‍यों का संकलन जल्‍द से जल्‍द हो जाए. किसी भी मामले में साक्ष्‍यों का संकलन होने पहले गिरफ्तारी नहीं होती है. जांच क्राइम ब्रांच को दे दी गई है.


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