Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश (UP) के गोरखपुर (Gorakhpur) स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) के मूल्यांकन में 'A' ग्रेड मिला है. इस उपलब्धि के साथ एक नया कीर्तिमान भी जुड़ गया है क्योंकि नैक मूल्यांकन में 'A' ग्रेड पाने वाला यह प्रदेश का पहला राज्य विश्वविद्यालय बन गया है. इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने इस विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में 'ए' ग्रेड मिलने से विश्वविद्यालय परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई. छात्रों के साथ-साथ शिक्षक और कर्मचारी भी इस उपलब्धि से काफी खुश दिखाई दिए.


मंगलवार को विश्वविद्यालय परिवार को यह सूचना मिलने के बाद सभी ने एक दूसरे को बधाई दी. इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए ट्वीट किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुजरात दौरे से कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय को फोन करके विश्वविद्यालय परिवार के सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को बधाई दी. इससे पहले उत्तर प्रदेश का कोई भी राज्य विश्वविद्यालय 'B+' ग्रेड से आगे नहीं बढ़ सका था. इस सफलता के साथ ही MMMUT देश के उन चुनिंदा विश्वविद्यालयों में भी शामिल हो गया, जिन्हें पहले प्रयास में ही 'A' ग्रेड मिला है.


मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुए अभी एक दशक भी पूरा नहीं हुआ है. एक दिसंबर 2013 को इंजीनियरिंग कॉलेज से विश्वविद्यालय बनने का गौरव प्राप्त करने वाले इस संस्थान ने वर्ष 2020 से ही नैक मूल्यांकन की तैयारी शुरू कर दी थी और 2021 में नैक मूल्यांकन के लिए औपचारिक रूप से आवेदन किया था. 


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ऐसी होती है नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया


नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया में 3 महत्वपूर्ण चरण होते हैं. पहला चरण सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (SSR) जमा करने से संबंधित है, जिसे MMMUT ने अगस्त 2021 में पूरा किया. दूसरा चरण संस्थान द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों और विवरण के सत्यापन से संबंधित होता है. MMMUT ने जनवरी 2022 में इस पर भी खरा उतरा. तीसरे चरण में नैक द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों की टीम ने विश्वविद्यालय का 7 बिन्दुओं पर मूल्यांकन किया. 9 जून को मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई. छह सदस्यीय टीम ने 3 दिन तक परिसर की व्यवस्था का बारीकी से मूल्यांकन किया और रिपोर्ट तैयार कर नैक की वेबसाइट पर अपलोड कर दी. उसके 5 दिन बाद मंगलवार को परिणाम आ गया. मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी मेहनत की. इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर नैक के 7 मापदंडों को पूरा करने के लिए 3-3 सदस्यों वाली 7 समितियां बनाई गई थीं.


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