देश-दुनिया में ईद के त्‍योहार का इस बार बेसब्री से इंतजार हो रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना के कहर की वजह से ईद-उल-फितर के त्‍योहार का उल्‍लास कम रहा है लेकिन इस बार ईद की खुशियां मनाने के लिए लोग पहले से ही तैयारियां कर चुके हैं. बाजारों में रौनक भी दिखाई दे रही है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गोरखपुर (Gorakhpur) के नखास चौक का ईद का बाजार बहुत प्रसिद्ध है.


दुकानदार-ग्राहक खुश
ईद के एक दिन पहले गोरखपुर के नखास चौक का बाजार सेवईयों से सजा हुआ है. दुकानदार मोहम्‍मद रुमान यहां पर सेवइयों की खासियत बताते हैं. यहां पर कई तरह की सेवई बाजार में दिखाई दे रही हैं. दुकानदार खुश हैं, तो वहीं ग्राहक भी बड़ी खुशी के साथ सेवइयां खरीदकर घर जा रहे हैं. यहां पर आई रुखसाना बताती हैं कि वे बिछिया से यहां सामान खरीदने के लिए आई हैं. 


ग्राहक ने क्या बताया
रहमान बताते हैं कि इस बार बाजार काफी अच्‍छा है. महंगाई का असर तो दिखाई दे रहा है लेकिन फिर भी ईद के त्‍योहार की रौनक बाजार में दिखाई दे रही है. वे यहां सेवई खरीदने के लिए आए हैं. यहां पर उन्‍होंने तीन किलो लच्‍छा और किमामी सेवई खरीदी है. उन्होंने कहा कि, महंगाई काफी है, लेकिन फिर भी ईद तो मनानी ही है. 


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दूसरी ग्राहक ने क्या कहा
गोरखपुर की बिछिया की रहने वाली अकरुन्निशा ने बताया कि वे नखास चौक पर सेवई खरीदने के लिए आई हैं. कोरोना की वजह से दो साल वे लोग ईद नहीं मना पाए. इस बार नखास के बाजार में सेवई खरीदने के लिए आई हैं. उन्‍होंने बताया कि वे दो किलो सेवई खरीदी हैं. महंगाई का असर तो दिख रहा है लेकिन 100 रुपए किलो की सेवई मिली है. इसके अलावा भी उन्‍होंने खूब खरीदारी की है. वे परिवार के साथ ईद की खुशियां बाटेंगी.


दुकानदार ने क्या बताया
नखास चौक पर सेवई की बरसों पुरानी दुकान पर लोग सेवई लेने के लिए आते हैं. सेवई बेचने वाले दुकानदार मोहम्‍मद रुमान ने बताया कि इसबार बाजार काफी अच्छा है. महंगाई का असर सेवई पर भी दिखाई दे रहा है. वे बताते हैं कि बाहर के जिलों से भी लोग नखास चौक पर सेवई खरीदने के लिए आते हैं. हालांकि उनके पास 50 रुपए से लेकर 180 रुपए किलो के दाम तक की सेवई है. 


दुकानदार ने आगे बताया कि, सेवई के साथ अन्‍य बाजार में भी काफी रौनक दिखाई दे रही है. कल ईद है. चांद रात के पहले खूब भीड़ होती है. सेवई के बाजार में भी खूब रौनक हो जाती है. वे बताते हैं कि उनके पास लोकल सेवई 50 रुपए किलो की है. सबसे फेमस और महीन सेवई बनारस की होती है. उनके यहां बनारस की सेवई अधिक बिकती है क्‍योंकि वो बाहर से बनकर आती है.


दूसरे दुकानदार ने क्या बताया
दुकानदार इब्राहिम बताते हैं कि उनके पास 4 से 5 तरह की सेवई है. ग्राहक के मुताबिक वे सस्‍ती और महंगी दोनों तरह की सेवई रखे हैं. लड़ी वाली लोकल सेवई 60 रुपए किलो है तो वहीं सबसे महीन सेवई 180 रुपए किलो की है. वे बताते हैं कि कस्‍टमर सेवई खरीदने के लिए खूब आ रहे हैं. बाजार काफी अच्‍छा है. महंगाई का असर तो दिखाई दे ही रहा है. घी, मैदा, और अन्‍य सामान के दाम बढ़ने की वजह से सेवइयां भी महंगी हुई हैं. इसके बावजूद ईद के पहले लोगों का उत्‍साह बना हुआ है.


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