उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चिटफंड घोटाले ने हंगामा मचा दिया है. शाहपुर थानाक्षेत्र के बिछिया जंगल तुलसीराम में गोल्डन फ्यूचर प्राइवेट लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी के संचालक जगजीवन चौहान उर्फ सुनील सिंह चौहान और उनके साथी बंटी चौहान ने 1500 से अधिक जमाकर्ताओं के करीब 5 करोड़ रुपये जमा कराकर फरार हो गए. लालच में फंसकर लोगों की जीवनभर की कमाई उड़ाने वाले इन आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
इस बीच तीन दिन पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें गुस्साए जमाकर्ताओं ने आरोपी के पिता को चप्पल-जूतों की माला पहनाकर सड़क पर घुमाया. पुलिस मूकदर्शक बनी रही, जिससे सवाल उठने लगे हैं.
9 साल से ठगी का खेल
2016 में जगजीवन चौहान ने अपने घर पर ही गोल्डन फ्यूचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का ऑफिस खोला. कंपनी ने रुपये दोगुना करने का लालच देकर आम जनता को फंसाया. एजेंटों के जरिए खाते खुलवाए जाते थे और जमाकर्ताओं से रोजाना किस्तें वसूलकर बैंक में जमा की जाती थीं.
पुलिस जांच में सामने आया कि रसीदें भी जारी की जाती थीं, लेकिन मेच्योरिटी का समय आने से पहले ही संचालक फरार हो गए. 11 अगस्त 2025 को रक्षाबंधन के बाद स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी का बहाना बनाकर कार्यालय पर ताला जड़ दिया गया. बोर्ड हटाकर दोनों आरोपी गायब हो गए.
शिकायतकर्ता एक महिला एजेंट ने 31 अगस्त को शाहपुर थाने में मामला दर्ज कराया. उन्होंने बताया कि वे और चार-पांच अन्य एजेंट कंपनी के लिए काम करते थे. पिछले 9 वर्षों में 1500 लोगों से 5 करोड़ रुपये की ठगी हुई. जमाकर्ता महिलाएं-पुरुष सैकड़ों की संख्या में हैं, जिनकी मेहनत की कमाई डूब गई.
जमाकर्ताओं का गुस्सा फूटा: पिता को सड़क पर घुमाया
12 सितंबर को रुपये लौटाने की मांग पर जमाकर्ता आरोपी के घर पहुंचे. जब जगजीवन और बंटी नहीं मिले, तो गुस्से में उन्होंने पिता जीवन चौहान को पकड़ लिया. दर्जनों लोग सड़क पर उतर आए और नारेबाजी शुरू कर दी.
भीड़ ने जीवन चौहान को घर से खींचा और चप्पल-जूतों की माला पहनाकर मोहद्दीपुर से असुरन चौराहा तक घुमाया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस समझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन भीड़ बेकाबू हो जाती है. आखिरकार, पुलिस ने आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों को शांत किया और पिता को थाने ले गई.
दो केस दर्ज, फरार आरोपियों की तलाश
गोरखनाथ थाने के सीओ रवि कुमार सिंह ने बताया कि शाहपुर थानाक्षेत्र के जगजीवन चौहान और बंटी चौहान के खिलाफ फ्रॉड के दो अभियोग पहले से दर्ज हैं. हम वैधानिक कार्रवाई कर रहे हैं. आरोपियों की तलाश तेज है.
पुलिस ने ठगी, हेराफेरी और फ्रॉड के तहत आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. जमाकर्ताओं से अपील की गई है कि वे थाने आकर शिकायत दर्ज कराएं.
सतर्क रहें निवेशक
गोरखपुर पुलिस ने चेतावनी जारी की है कि बिना रजिस्ट्रेशन वाली कंपनियों में निवेश न करें. आरबीआई या सेबी से मान्यता प्राप्त योजनाओं में ही पैसा लगाएं. इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच जारी है.