नए साल में एक और पर्यटन केंद्र गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के स्वागत के लिए तैयार मिलेगा. शहर के दक्षिणी छोर में रामगढ़ताल योगी सरकार द्वारा कराए गए कायाकल्प से गोरखपुर के टूरिज्म का हॉट स्पॉट बना हुआ है, तो अब उत्तरी छोर पर चिलुआताल पर्यटकों को लुभाएगा. चिलुआताल घाट के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा हो गया है. आसन्न वर्ष के प्रथम माह में इसका लोकार्पण हो सकता है. इसके बाद गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित दो खूबसूरत झीलों के बीच बसा शहर बन जाएगा. 

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सीएम योगी के विजन से विकसित चिलुआताल टूरिस्ट स्पॉट मनोरंजन के साथ रोजगार का केंद्र भी बनेगा. सात दुकानें यहां बनकर तैयार हो गईं हैं. घाट पर एक तरफ लोग सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर मनोरंजन करेंगे वहीं लोग यहां लगी दुकानों पर जायके का आनंद भी ले सकेंगे. यही नहीं, चिलुआताल में भी रामगढ़ताल की तर्ज पर लोगों को बोटिंग करने की सुविधा मिलेगी. 

20 करोड़ से अधिक  लागत से बना पर्यटन स्थल

पर्यटन विभाग के उप निदेशक राजेंद्र प्रसाद यादव के मुताबिक चिलुआताल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 20 करोड़ 39 लाख रुपये की परियोजना को मूर्त रूप दिया गया है. परियोजना के तहत वांछित काम पूरा हो गया है. उल्लेखनीय है कि चिलुआताल भी रामगढ़ताल की तरह दशकों से उपेक्षित पड़ा रहा. योगी सरकार ने पहले रामगढ़ताल का कायाकल्प कर उसे वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया तो अब चिलुआताल को संवारा गया है.

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स्थानीय लोगों का अवागमन शुरू

कार्यदायी संस्था के रूप में यूपी प्रोजेक्ट्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से कराए गए कार्यों में 570 मीटर पाथवे निर्माण, 70 मीटर तक घाट के सीढ़ियों का निर्माण, ताल किनारे रेलिंग, सोलर लाइट, इंटरलॉकिंग, सीसी रोड, बेंच, एप्रोच रोड, बोल्डर पिचिंग, दुकान, शौचालय फिडींग रूम जैसे बुनियादी कार्यों के अलावा कार्य भी पूरे हो चुके हैं. इससे चिलुआताल की आभा निखर कर सामने आ रही है. लोग अभी से ही सुबह टहलने के लिए आना शुरू कर दिए हैं. दिन में भी यहां लोग घाट का आनंद लेना शुरू कर दिए हैं.