गोंडा पुलिस ने इंजीनियर की आत्महत्या के मामले में कार्रवाई करते हुए पति पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है, इन पर एक इंजीनियर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. आरोपियों में बैंक कैशियर अजीत सिंह और उसकी पत्नी सोनल सिंह का नाम शामिल हैं. दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस के अनुसार, गायत्रीपुरम निवासी 25 वर्षीय इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव को अजीत सिंह और सोनल सिंह लगातार ब्लैकमेल कर रहे थे.

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जानकारी के मुताबिक, गायत्रीपुरम निवासी 25 वर्षीय इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव ने ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर बीते 17 दिसंबर की देर रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या से पहले अभिषेक श्रीवास्तव ने सोनल सिंह के साथ व्हाट्सएप कॉल के स्क्रीनशॉट, व्हाट्सएप चैट और ऑनलाइन शॉपिंग के लेनदेन के प्रिंटआउट निकालकर अपने कमरे में सजाए थे. यह सभी दस्तावेज आत्महत्या के पीछे के कारणों की ओर इशारा कर रहे थे.

महिला ने झूठे केस में इंजीनियर को भिजवाया था जेल

पुलिस की जांच में सामने आया है कि अभिषेक श्रीवास्तव और सोनल सिंह के बीच जनवरी 2025 से जुलाई 2025 तक प्रेम संबंध थे. हालांकि, अभिषेक के घर के सामने कैमरा लगवाने और कूड़ा फेंकने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया, जिसके बाद बातचीत बंद हो गई थी. जब अभिषेक ने बात करने से मना किया, तो सोनल सिंह ने 28 सितंबर को उस पर एक फर्जी आरोप लगाकर उसे जेल भिजवा दिया था.

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अभिषेक की संपत्ति पर थी प्रेमिका की नजर

आगे बताया गया कि, 12 अक्टूबर को जेल से छूटने के बाद से अभिषेक लगातार परेशान चल रहा था. पुलिस का कहना है कि आरोपी सोनल और उसके पति अजीत सिंह की अभिषेक की संपत्ति पर नजर थी. संपत्ति हड़पने के लिए सोनल ने अभिषेक को अपने प्रेम जाल में फंसाया था और बाद में उस पर मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भेज दिया था.

मामले में पुलिस अधिकारी ने क्या कहा?

एएसपी पूर्वी मनोज कुमार रावत ने बताया कि अभिषेक श्रीवास्तव ने बीते 18 दिसंबर को नगर कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया था और आरोप लगाया था कि सोनल सिंह और उसके पति अजीत सिंह द्वारा उसे बार-बार ब्लैकमेल किया जा रहा है. नगर कोतवाली पुलिस ने आरोपी पति पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.