Ghazipur News: जिन पुलिस कर्मियों पर आम जन की सुरक्षा का दायित्व पुलिस को सौपा गया है. जब वे खुद लुटेरे बन जाए तो फिर आमजन की सुरक्षा का भगवान ही मालिक है. ऐसा ही आरोप गाजीपुर कोतवाली और सुहवल थाने के चार पुलिसकर्मियों पर लगा इन लोगों ने एक ट्रक ड्राइवर के साथ पहले मारपीट किया और फिर उसके पास रखे हुए पैसे को छीन लिया. ट्रक ड्राइवर ने पुलिस अधीक्षक ओमवीर से किया इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने जांच करवाई और जांच उपरांत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.


ड्राइवर ने बताया वह अपनी गाड़ी(ट्राला) वाराणसी से छपरा जा रहा था, इस दौरान सुहवल थाने की सीमा में उसके साथ कुछ पुलिस कर्मियों ने मारपीट और अभद्रता की. पुलिस अधीक्षक ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है. जिन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है उसमें तीन सुहवल और एक शहर कोतवाली का कांस्टेबल बताया जा रहा है. 


SP ने पुलिसकर्मियों को किया निलंबित 
बिजनौर जिले के चांदपुर तहसील के गांव झुजैला निवासी वीरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया है कि मैं बीते 17 फरवरी को ट्रक लेकर सुहवल थाना क्षेत्र की तरफ जा रहा था. करीब शाम को 8:00 से 8:30 बजे के बीच एक सिपाही वर्दी में तथा दूसरा बिना वर्दी के मौजूद थे. उन दोनों ने मेरी गाड़ी रोक दी. हम जैसे ही ट्रक को साइड करके नीचे उतरे तो हमने पूछा कि आप लोगों ने हमारी ट्रक को क्यों रोका है. इस पर वह लोग हम को गाली देने लगे और मारने पीटने लगे. हमको लाठी डंडे से भी पीटा और हमारे पास मौजूद नगद छीन लिए. साथ ही किसी को न बताने की धमकी दी. 


शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने इसकी जांच कराई तो मामला प्रथम दृष्टया सही पाया गया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से आरक्षी सुहवल शम्भू प्रजापति, अजीत यादव, नवीन पाण्डेय थाना सुहवल व मुख्य आरक्षी योगेन्द्र यदुवंशी थाना कोतवाली गाजीपुर को अवैध वसूली व अभद्रता की शिकायत पर प्राप्त होने तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है. एसपी ने बताया कि इसकी जांच प्रचलित है और भी इसमें विभागीय कार्रवाई की जाएगी.


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