अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी के पर्चा दाखिल करने के सवाल पर BJP के प्रत्याशी पारस नाथ राय ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि जो व्यक्ति चार बार का विधायक रहा हो और दो बार सांसद हो, जिसका इतना लंबा राजनीतिक कैरियर हो,उसे इस लंबे राजनीति करियर में भी उनको कोई एक व्यक्ति ऐसा नहीं मिला जिसको वह प्रत्याशी बना सके .जिसे वह अपनी जगह दे सके. उन्हें कोई मिला तो सिर्फ अपनी बेटी मिली. पारसनाथ राय ने कहा कि इसमें अफजाल अंसारी का कोई दोष नहीं है ,उनकी पार्टी का दोष है. क्योंकि जिस पार्टी से इस बार प्रत्याशी बने हैं उस पार्टी का बस चले तो जो व्यक्ति कल पैदा हुआ है उसे भी प्रत्याशी बना दे अगर चुनाव आयोग का  25 साल का कोई बंधन ना रहे तो.


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'मुख्तार की काली छाया से नहीं ऊबर सकता ये परिवार'
अफजाल अंसारी की बेटी के साफ सुथरी छवि के सवाल पर पारसनाथ राय ने कहा कि अफजाल अंसारी की बेटी भले ही पर पर्चा दाखिल कर रही है और उसकी साफ सुथरी छवि है लेकिन मुख्तार अंसारी की काली छाया ऐसी है कि उससे पूरा परिवार कभी उबर नहीं सकता . मुख्तार अंसारी के हटने के कारण इस जिले ने राहत की सांस ली है की कम से कम आतंकवाद का एक पर्याय इस जिले से हट गया है. 


'अफजाल अंसारी ने बेटी के नामांकन पर कही थी ये बात'
अफजाल अंसारी ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि निर्वाचन आयोग का एक नियम है कि "एक सब्सीट्यूट कैंडिडेट" भी भरा जाता है. उन्होंने कहा कि नुसरत अंसारी मेरी सब्सीट्यूट कैंडिडेट होगी और अगर कोई वज्रपात , आसमान मेरे ऊपर गिर गया तो निर्वाचन आयोग के कानून के हिसाब से वो कैंडिडेट होंगी. उन्होंने कहा कि वहीं उनकी उत्तराधिकारी हैं. अफजाल अंसारी ने कहा कि "बेटों से अगर उम्मीद की जा सकती है" , तो "बेटियां भी अब किसी से पीछे नहीं है".