Varanasi News: वाराणसी जी-20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है, सम्मेलन में आने वाले मेहमानों का स्वागत बनारस के गुलाबी मीनाकारी से किया जाएगा.  विदेशी मेहमान यहां की हस्त कला और संस्कृति से रूबरू होंगे. भारत में होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियां जारी हैं और अप्रैल से अगस्त के महीने तक प्रस्तावित इस बैठक में जी-20 देशों के मेहमान शमिल होंगे. इन मेहमानों का स्वागत बनारस के गुलाबी मीनाकारी से किया जाएगा, ताकि विदेशी मेहमानों को यहां की हस्त कला और संस्कृति से रूबरू कराया जा सके.


इस सम्मेलन के लिए लखनऊ के ओडीओपी ऑफिस से बनारस के गुलाबी मीनाकारी हस्तशिल्पियों के पास ऑर्डर भी आ गए हैं और हस्तशिल्पी इसे तैयार करने में दिन रात जुटे हुए हैं. वाराणसी के गाय घाट इलाके में नेशनल अवार्डी रमेश कुमार विश्वकर्मा का पूरा परिवार दिन रात इस काम में जुटा है. रमेश विश्वकर्मा ने बताया कि 9 जनवरी को ही लखनऊ ओडीओपी ऑफिस से उन्हें फोन के जरिए गुलाबी मीनाकारी के कफलिंग के 2000 सेट के ऑर्डर आए थे. जिन्हें जनवरी महीने के अंत तक डिलेवरी भी करनी है.


हस्तशिल्पी 18 से 20 घंटे कर रहे हैं काम 


इस ऑर्डर के कारण 3 महीने का काम उन्हें 20 दिन में ही पूरा करना पड़ रहा है. जिन्हें वो और उनके परिवार के सभी सदस्य दिन के 18 से 20 घंटे काम कर पूरा कर रहे हैं. जब से पीएम मोदी और सीएम योगी काशी के 400 साल पुराने इस कलाकारी की ब्रांडिंग कर रहें है तब से इससे जुड़े कारीगरों के पार ऑर्डर की भरमार है. जून 2022 में जी 7 की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलाबी मीनाकारी के इसी कफलिंग सेट और ब्रोच को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी को भेंट किया था तब भी बनारस के इस कलाकारी की चर्चा पूरे दुनिया में शुरू हो गई थी और फिर इससे जुड़े कारीगरों के पास ऑर्डर की भरमार लग गई.


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