Uttarakhand News: उत्तराखंड में खाद्य आपूर्ति विभाग (Food Supply Department) द्वारा अमान्य राशन कार्ड धारकों के लिए चलाया गया अभियान "अपात्र को ना-पात्र को हां" की अवधि 30 जून को समाप्त हो गई. इस दौरान तकरीबन 84 हजार से अधिक अपात्र राशन कार्ड धारकों ने अपने कार्ड स्वेच्छा से जमा करा दिए. जिससे साफ होता है कि उत्तराखंड (Uttarakhand) में 84 हजार से अधिक कार्ड धारक थे, जो दूसरों का राशन खा रहे थे, हालांकि अभी इनकी संख्या और ज्यादा हो सकती है. क्योंकि खाद्य आपूर्ति विभाग इसे लेकर और सख्ती बरतने के मूड में है, जिन अपात्र लोगों ने 30 जून तक अपने कार्ड जमा नहीं कराए अब उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. 

 

अपात्र कार्ड धारकों ने जमा किए कार्ड
उत्तराखंड में इस अभियान की शुरुआत 5 मई से की गई थी और 31 मई तक सभी अपात्र राशन कार्ड धारकों को कार्ड जमा करने के लिए कहा गया था, लेकिन 31 मई तक सभी अपात्र कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड जमा नहीं कराए जिसके बाद  इस अभियान की  अवधि को 30 जून तक बढ़ा दिया गया था. अभियान की समय अवधि बढ़ाने के बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने सभी अपात्र कार्ड धारकों से अपील की थी कि वह 30 जून कार्ड जमा करा दे.

 

84 हजार अपात्रों ने सरेंडर किए कार्ड
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि 30 जून तक स्वेच्छा से अपात्र राशन कार्ड धारकों ने 84 हजार से अधिक कार्ड जमा कराए. उन्होंने कहा कि अब अपात्र  कार्ड धारकों के जगह जरूरतमंद लोगों को राशन कार्ड वितरित किए जाएंगे, इससे उन गरीब लोगों को राशन मिल सकेगा जो हकीकत में उस के हकदार हैं. आर्य ने कहा कि ये सभी 84 हजार अपात्र कार्ड धारक ऐसे थे जो राशन कार्ड लेने के दायरे में नहीं थे. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रेखा आर्य ने इन सभी राशन कार्ड धारकों का आभार भी जताया है जिन्होंने स्वेच्छा से अपने कार्ड जमा कराए और कहा कि अब ये कार्ड ऐसे लोगों को दिए जाएंगे जिनको वाकई इनकी जरुरत है. 


 

खाद्य मंत्री ने की लोगों की अपील

खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा, अब इस पूरे अभियान की समीक्षा की जाएगी और यदि जरूरत पड़ती है, तो इसकी समयावधि को और थोड़ा बढ़ाया जा सकता है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यदि कुछ अपात्र लोग अभी भी बचे हैं, जिन्होंने अपना कार्ड सरेंडर नहीं कराया तो इस पर कार्रवाई भी की जा सकती है इसके लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तैयारी कर रहा है.
  

 

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