प्रयागराज: कोरोना वैक्सीनेशन के फाइनल ड्राई रन के दौरान आज संगम नगरी प्रयागराज में सरकारी अमले की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यहां मेडिकल कालेज के ड्राई रन सेंटर के बाहर बड़ी संख्या में इस्तेमाल की गई पीपीई किट पड़ी हुई मिली. इससे वहां हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे डीएम और सीएमओ ने इसे लेकर नाराज़गी भी जताई.


बहरहाल, इस मामले में अब जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वैसे सवाल यह उठता है कि कोरोना की वैक्सीन लगने से पहले अगर ड्राई रन सेंटर पहुंचे लोग पीपीई किट की वजह से संक्रमित हुए, तो उसकी ज़िम्मेदारी और जवाबदेही किसकी होगी.


जांच के नाम पर लीपापोती की कोशिश


ड्राई रन के लिए प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज को भी सेंटर बनाया गया था. जिले के डीएम भानु चंद गोस्वामी और सीएमओ डॉ प्रभाकर राय आज दोपहर जब मेडिकल कालेज के ड्राई रन सेंटर पर निरीक्षण के लिए पहुंचे तो इन अफसरों ने देखा कि सेंटर के बाहर ही बड़ी संख्या में इस्तेमाल की हुई पीपीई किट खुले तौर पर लापरवाही के साथ पड़ी हुई हैं.


अफसरों ने इसे लेकर नाराज़गी भी जताई. बहरहाल अफसरों के सख्त रवैये के बाद मेडिकल कालेज प्रशासन ने फ़ौरन इन पीपीई किट्स को हटवा दिया. लापरवाह अफसरों ने इसके लिए पूरा ठीकरा चपरासी और सफाई कर्मी के सिर फोड़ दिया. इस मामले में अब जांच के नाम पर लीपापोती की कोशिश की जा रही है.


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