प्रतापगढ़ः उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है. ताजा मामले में यहां दिन दहाड़े पीआरडी जवान पवन तिवारी को बदमाशों ने गोली मार दी और फिर उसका राइफल लेकर फरार हो गए. हमले के बाद पहुंची पुलिस टीम ने घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया है.


प्रतापगढ़ जिले में एक समय था जब सूर्यास्त के बाद अपराधी सक्रिय होते थे लेकिन माहौल ऐसा हो गया कि अपराधी सुबह से शाम तक सक्रिय रहते है और गम्भीर वारदातों को अंजाम देते रहते है. इस सब के पीछे कहीं न कहीं सत्तापक्ष के नेताओं, पुलिस और अपराधियों का गठजोड़ नजर आता है.


जिले में नेताओं के दबाव के चलते कोई पुलिस अफसर काम भी नहीं कर पाता, बीते साढ़े चार सालों में 14वें एसपी के तौर पर सतपाल एंटिल तैनात किए गए है. तमाम एसपी तो हफ्ते, महीने ही रह पाते हैं तो कोई रास्ते से ही लौटा दिया जाता है. अनुराग आर्य, शिवहरि मीना और आकाश तोमर की सख्ती नेताओं को नागवार गुजरी और नेताओं के दबाव के चलते छुट्टी पर गए और वापस नहीं आ सके. 


जिसके चलते जिले में अपराधी बेखौफ है और गुरुवार को फिर खाकी पर बेखौफ बदमाशों ने दो गोलियां दाग दी. घटना उस समय हुई जब सई नदी के पुल पर लगी पिकेट ड्यूटी में तैनात पीआरडी जवान ड्यूटी पर था और बदमाशों ने गोली मार दी और आराम से फरार हो गए.


एसपी ने बताया कि घटना के वक्त किसी अन्य घटना पर तीन चार थानों की फोर्स के साथ पिकेट के अन्य जवान चले गए थे और घायल जवान अकेले ही ड्यूटी पर था. घटना के बाद भारी पुलिस बल के साथ एसपी मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम भी मौके का मुआयना कर साक्ष्य कलेक्ट करने में जुट गई. सूत्रों की माने तो घायल जवान के पास एक राइफल भी थी जिसे हमलावर उठा ले गए.


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