गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद जिले की एक सोसायटी में ऐसा मामला सामने आया है जिसके बारे में जानकर आपका दिल भी पसीज जाएगा. क्रॉसिंग रिपब्लिक एरिया की एक सोसायटी में रहने वाले परिवार के चार लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. अब परिवार 8 और 6 वर्ष की दो बच्चियां बची हैं. निर्दयी कोरोना ने इन बच्चियों को अनाथ कर दिया है.


कोरोना ने सबसे पहले इन बच्चियों के दादा दुर्गेश प्रसाद को अपनी चपेट में लिया. घर में रहकर आइसोलाइट होकर उनका इलाज शुरू हुआ, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. 27 अप्रैल को दुर्गेश प्रसाद की घर में मौत हो गई. इसके बाद दुर्गेश की पत्नी उनके बेटे और पुत्रवधू को कोरोना संक्रमण के कारण ग्रेटर नोएडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान 4 मई को दुर्गेश के बेटे अश्वनी की मौत हो गई. उसके बाद 5 मई को दुर्गेश की पत्नी संतोष कुमारी की मौत हो गई. ईश्वर को शायद कुछ और ही मंजूर था. इसके बाद दुर्गेश की पुत्रवधू यानी बच्चियों की मां निर्मला की मौत 7 मई को हो गई. एक-एक कर भरा पूरा परिवार कुछ ही दिन में उजड़ गया और दो मासूम बच्चियां अनाथ हो गई. 


दोनों बच्चियों को अब उनकी बुआ के यहां बरेली भेज दिया गया है. लोगों का आरोप है की दुर्गेश और उनके परिवार को समय रहते मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिली जिसके कारण आज दो बच्चियां अनाथ हो गई.


ये भी पढ़ें:


Coronavirus in UP: यूपी के इस जिले में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले, दूसरे नंबर पर है लखनऊ


Video: बदायूं में मुस्लिम धर्मगुरु के जनाजे में उमड़ा जनसैलाब, कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां, केस दर्ज