Sikkim Army Truck Accident: सिक्किम में सेना के ट्रक के खाई में गिरने से हुए हादसे में शहीद हुए 16 जवानों में से यूपी (Uttar Pradesh) के एटा (Etah) के लांस नायक 32 वर्षीय भूपेंद्र सिंह भी हैं. एटा जनपद की अलीगंज तहसील के गांव ताजपुर अद्दा के मूल निवासी लांस नायक भूपेंद्र सिंह भी इसी ट्रक में सवार थे और वे भी इस हादसे में शहीद हो गए. भूपेंद्र सिंह 2014 में सेना में भर्ती हुए थे. उनकी एक बेटी है. तीन वर्ष पूर्व उनकी शादी हुई थी. भूपेंद्र के पिता सुरेन्द्र सिंह और बाबा बैजनाथ सिंह, ताऊ सुखेन्द्र सिंह भी सेना में थे. भूपेंद्र के पूरे परिवार की पृष्ठि भूमि सेना की ही है. कल सुबह तक भूपेंद्र का शव उनके एटा स्थित पैतृक गांव में पहुंच सकता है, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. शहीद के पिता, बाबा, ताऊ सहित परिवार को कुल 6 लोगों ने सेना में अपनी सेवाएं दी हैं.


शहीद भूपेंद्र 7 दिसंबर 2022 को ही एटा स्थित अपने पैतृक गावं ताजपुर अद्दा से 7 दिनों की छुट्टी व्यतीत कर सिक्किम ड्यूटी पर लौटे थे. भूपेंद्र के पिता सुरेंद्र सिंह का शुरू से ही सपना था कि उनके पिता और उनकी तरह उनका बेटा भी देश की सेवा करें इसलिए उसे सेना में भर्ती कराया था. भूपेंद्र की भी सेना में जाने की इच्छा थी. वे शुरू से ही सेना में भर्ती होने की तैयारी किया करते थे.


पूरे गांव में शोक की लहर
शुक्रवार को सिक्किम में सेना के ट्रक हादसे के बाद कल शाम भूपेंद्र के शहीद होने की खबर परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया. इस खबर से न केवल भूपेंद्र के परिजनों बल्कि पूरे ताजपुर अद्दा गांव और आस पास के गांवों में शोक की लहर दौड़ गयी है. जनपद के प्रशासनिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र की अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गावं एटा जनपद के ताजपुर अद्दा में की जाएगी और भूपेंद्र को शहीद का दर्जा भी दिया जायेगा.


एटा जनपद की अलीगंज क्षेत्र के मूल निवासी भूपेंद्र जवानों के साथ सेना के ट्रक से पोस्ट पर जा रहे थे तभी अचानक ये ट्रक गहरी खाई में जा गिरा. इस दुर्घटना में जवान भूपेंद्र सहित 16 जवान शहीद हो गए. कल देर शाम उनके निधन की खबर एटा स्थित उनके परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया. 


अपर जिलाधिकारी ने क्या बताया
एटा के अपर जिलाधिकारी प्रशासन आलोक कुमार ने बताया कि, अभी तक सेना की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन इस हादसे में लांस नायक भूपेंद्र के शहीद होने की सूचना परिजनों से मिली है. सैनिक की राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी और शहीद का दर्जा भी दिया जायेगा. अभी ये पता किया जा रहा है कि शहीद का शव कब तक उसके पैतृक गांव ताजपुर अद्दा में पहुंचेगा.


परिवार के सदस्य ने क्या बताया
इस हादसे के बारे में शहीद भूपेंद्र के ताऊ के बेटे शिवम राठौर ने बताया कि, भूपेंद्र 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और 2017 में इनकी शादी सारिका देवी से हुई थी. इनकी एक बेटी है. भूपेंद्र दो भाई थे. दूसरे भाई राजन सिंह गावं में ही रहकर खेतीबाड़ी का काम देखते हैं. भूपेंद्र मिडिल क्लास परिवार से हैं. गंव मे दो भाइयों के बीच लगभग 20 बीघा जमीन है. इनके पिता सुरेन्द्र सिंह भी सेना से रिटायर हैं और वर्तमान में गांव में रहकर खेती बाड़ी करते हैं. इनकी मां मंजू देवी गृहिणी हैं. बाबा बैजनाथ सिंह और ताऊ सुखेन्द्र सिंह राठौर भी सेना में थे जो रिटायर होकर गांव में ही रहते हैं. 


शिवम राठौर ने आगे बताया कि, शहीद भूपेंद्र 7 दिसंबर को ही अपने गावं से 7 दिनों की छुट्टी काटकर सिक्किम ड्यूटी पर गए थे. उन्होंने बताया कि हादसे से एक दिन पूर्व ही शहीद भूपेंद्र ने अपनी पत्नी सारिका से फोन पर बात की थी और अपनी बेटी का हालचाल और परिवार का हालचाल जाना था. उन्होंने बताया कि कल शाम को सिक्किम से सेना के अधिकारी ने फोन पर परिजनों को भूपेंद्र के शहीद होने की सूचना दी थी. उन्होंने बताया कि भूपेंद्र का शव कल सुबह तक गावं में पहुंच सकता है. इसके बाद इनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव ताजपुर अद्दा में राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा.


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