इटावा, एबीपी गंगा। एनएमसी बिल के विरोध में सैफई पीजीआई के दर्जनों जूनियर डॉक्टर्स ने भारत सरकार के विरोध में नारे लगाये, सैफई से इटावा कचहरी तक काली पट्टी बांध कर बाइक रैली निकाली, हड़ताल के दूसरे दिन भी सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के जूनियर डॉक्टर्स के द्वारा ओपीडी सेवाएं बंद रखी गईं।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी से इटावा कचहरी मुख्यालय पर प्रदर्शन करने आये डॉक्टर्स ने एनएमसी बिल का विरोध करते हुए कहा कि डेढ़ साल पहले भारत सरकार एनएमसी बिल लेकर आई थी तब स्वास्थ्य विभाग और विपक्ष के द्वारा 25 बिन्दु इस बिल में रखे गए थे, जिसको सरकार ने स्वीकार कर लिया था और इसके बाद अब 25 बिंदु में से एक भी बिंदु को नहीं लेकर आ रहे हैं। यह बिल छात्र विरोधी, गरीब विरोधी, डॉक्टर विरोधी है जो कि पूरी चिकित्सा व्यवस्था को बर्बाद करने वाला है।
सरकार इस बिल के माध्यम से कम्युनिटी हेल्थ वर्कर को 6 माह का कोर्स करा कर सीएचसी ओर पीएचसी में बिठायेंगे जिसके आने वाले समय में बहुत ही गंभीर दुष्परिणाम होंगे। इस तरीके से प्राइवेट चिकित्सा कॉलेज और विश्वविद्यालय की सीट में 50 फीसद ऐसे लोग आएंगे। जिन्हें चिकित्सा सेवा का कोई ज्ञान नहीं होगा वही हड़ताली डॉक्टर्स ने कहा कि जब तक इस बिल में संशोधन नहीं होता हमारी हड़ताल जारी रहेगी।