उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में धराली के आपदा पीड़ितों से मुलाकात की. सीएम से मुलाकात के बाद पीड़ितों में से एक महेंद्र चौहान ने कहा कि मेरी दीदी, जीजा और भांजा वहां फंसे हुए हैं. कल आपदा के बाद से उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा है.
महेंद्र ने कहा कि सीएम धामी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही हेली सेवा शुरू की जाएगी ताकि लोगों को घटनास्थल से बचाया जा सके. मेरी बहन, उसका पति और उनका बच्चा कल से लापता हैं. इस घटना के बाद से मैं उनसे बात नहीं कर पाया हूं.'
पत्रकार से बात करते हुए महेंद्र भावुक दिखे. उन्होंने कहा कि 1-1.30 बजे के बीच आखिरी बार बात हुई थी. उसके बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पाया. सीएम ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द वहां तक आपको पहुंचाया जाएगा.
धराली आपदा: वाडिया रिपोर्ट में छिपे हैं डरावने संकेत! क्या ये हिमालय का कोई अलार्म है?
हमारे लिए एक-एक जान कीमती- सीएम धामी
इससे पहले बुधवार, 6 अगस्त को मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर से बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का सर्वेक्षण किया. उन्होंने बताया, 'बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है. सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल और राज्य आपदा मोचन बल के दल मौके पर पहुंच गए हैं. करीब 70-80 लोगों को बचा लिया गया है...एक सड़क अवरुद्ध है. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी मौके पर रवाना हो चुके हैं. यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है क्योंकि अब भी वहां बारिश हो रही है.'
धामी ने कहा कि भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की गयी है और राशन बांटने और उस पर निगरानी के लिए तीन पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों समेत 160 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है .