Dengue in Etah: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद में बड़े स्तर पर फैल रहे डेंगू बुखार को लेकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद की घटना के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में डेंगू को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. एटा में डेंगू के बढ़ते मामलों पर उन्होंने कहा कि अगर कहीं किसी स्तर पर लापरवाही बरती गई है तो उसके लिए मैं तुरंत निर्देशित करूंगा.


उन्होंने कहा कि डेंगू भी हमारे लिए कोरोना की जैसी चुनौती है. इसके लिए कहा गया है और फिर से कहा जाएगा. एटा में सरकारी आकंड़ों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी 82 डेंगू मरीज निकलने की बात करते हैं जबकि यहां स्थितियां बहुत भयावह हैं. कई लोगों की डेंगू से मौत भी हो चुकी है. घर-घर मे डेंगू बुखार की चारपाई बिछी हुई है और स्वास्थ्य विभाग सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी करने में ही व्यस्त हैं.


एटा जनपद में डेंगू से हाहाकार


एक ही गांव में डेंगू के 100 से ज्यादा मरीज मिलने का दावा गांव वालों द्वारा डेंगू की रिपोर्ट के आधार पर किया जा रहा है. इस सबके बाद भी एटा का स्वास्थ्य विभाग कुम्भकर्णी नींद में सोया हुआ है. उसे सब कुछ ठीक-ठाक नजर आ रहा है. इस बीच एटा जनपद की बिल्सढ़ ग्राम प्रधान ने लिखित में 21 डेंगू पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट जारी की है. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने कहा कि गांव मे डेंगू के सैकड़ों मरीज हैं. डेंगू पॉजिटिव मरीजों की सूची जारी करने से एटा जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है.


एटा जनपद की अलीगंज तहसील के बिल्सढ़ पुवायां, बिल्सढ़ पछाया और बिल्सढ़ पट्टी तीनो गांव मे डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार बड़े स्तर पर फैला हुआ है. इसके अतिरिक्त अनेकों डेंगू के मरीज एटा मेडिकल कॉलेज में और सीएचसी, पीएचसी में डेंगू वार्ड में भर्ती हैं.


स्वास्थ्य विभाग की टीम का हो रहा इंतजार


इस संबंध में गांव का दौरा करने पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शशांक मिश्रा ने बताया कि गांव में डेंगू के सैकड़ों मरीज हैं. अनेकों मरीजों की डेंगू पॉजिटिव की रिपोर्ट भी आई है. स्वास्थ्य विभाग की ढिलाई से हालात दिनोदिन बिगड़ रहे हैं. उन्होंने यूपी सरकार से मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी जाए जिससे जल्द से जल्द डेंगू की रोकथाम हो सके.


यहां के ही निवासी यदुवीर सिंह ने बताया कि वो डेंगू पॉजिटिव हैं, उनकी छोटी बेटी अंशिका को भी बुखार है और प्लेटलेट्स कम हैं. इसी तरह से गांव में सैकड़ों लोग डेंगू पीड़ित बताए जा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि अभी तक स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम उनको देखने नहीं आई है. डेंगू पीड़ित लोग फरुखाबाद, एटा, आगरा, सैफई में इलाज करवा रहे हैं.


भेजी गई डॉक्टरों की टीम


इस बारे में जब एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बिल्सढ़ का मामला उनके संज्ञान में कल शाम को ही आया है. वहां डॉक्टरों की टीम भेजी गई है और मरीजों का इलाज कराया जा रहा है. जबकि गांव में मौजूद हमारी टीम को वहां कोई डॉक्टर नहीं मिला.


सीएमओ एटा डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने स्वीकार किया कि सरकारी आकंड़ों में एटा में अभी तक 82 डेंगू पॉजिटिव केस पाए गए हैं लेकिन वास्तविक आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा है. दरअसल सरकारी स्वास्थ्य विभाग डेंगू का इलाज करने की जगह डेंगू के मरीजों के आंकड़े छिपाने में लगा हुआ है, यहीं कारण है कि डेंगू अनियंत्रित होता जा रहा है.


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