दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ओखला इंडस्ट्रियल एरिया में चल रहे एक बड़े नकली पैकेजिंग और माल बनाने वाले कारखाने का पर्दाफाश किया है. पुलिस टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली पैकिंग सामग्री और मशीनें जब्त की हैं.

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दिल्ली पुलिस के मुताबिक अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य सरगना फरार है. फिलहाल पुलिस की तरफ से ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. वहीं उसकी तलाश के लिए दबिश का सहारा ले रही है.

कंपनी का नकली लेबल बना रहे थे आरोपी 

दिल्ली पुलिस के मुताबिक मामला मून डस्ट पेपर प्राइवेट लिमिटेड और उसके ब्रांड कैप्टन गोगो से जुड़ा है. कंपनी के  प्रतिनिधि आकाश गुप्ता ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोग उनकी कंपनी की हूबहू नकल कर पैकेजिंग और लेबल तैयार कर रहे हैं. 

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ये नकली सामान दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में सप्लाई किया जा रहा था, जिससे कंपनी को आर्थिक नुकसान हो रहा था और ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा था. इस मामले की सूचना मिलने पर कंपनी के असली मालिक ने कार्रवाई की मांग की थी.

दिल्ली पुलिस की अहम कार्रवाई 

दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.  दिल्ली पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए ओखला स्थित यूनिट पर छापा मारा. यहां आरोपी तौसाम अंसारी मौके पर ही नकली पैकिंग का काम कराते हुए पकड़ा गया. 

इस मामले में पुलिस ने अन्य दो आरोपी सगीर अहमद उर्फ मोनू और शाहनवाज अहमद को भी हिरासत में लिया. छापे के दौरान पुलिस को काफी मात्रा में सिगरेट के नकली डिब्बे की पैकिंग, 45 किलो प्रिंटेड शीट्स, 33 प्रिंटिंग प्लेट्स, एक डाई और एक हैवी ड्यूटी प्रिंटिंग मशीन मिली.

पुलिस जांच में अहम खुलासा 

दिल्ली  पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी सस्ते माल को खरीदकर उस पर नकली होलोग्राम और लेबल लगाकर उसे कैप्टन गोगो ब्रांड की तरह बाजार में बेचते थे. ये माल थोक विक्रेताओं तक कैश ट्रांजैक्शन के जरिए पहुंचाया जाता था. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है. फरार मुख्य आरोपी मोहम्मद जियारत की तलाश की जा रही है.