दिल्ली के लाल किले के पास कार में धमाके में 9 लोगों की मौत के बाद दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. यूपी में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सड़क पर सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश के साथ हाई अलर्ट घोषित किया है. यूपी के अति संवेदनशील व मुख्यमंत्री के गृह जनपद होने के नाते गोरखपुर में भी सघन चेकिंग अभियान चलाया गया. गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मॉल, गोलघर समेत भीड़भाड़ वाले बाजारों में भी सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा लोगों को भी लावारिश समान और व्यक्ति के दिखने व संदेह होने पर तुरंत पुलिस को सूचना देने के लिए निर्देश दिए गए हैं. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी खुद सड़क पर निकलकर गश्त कर रहे हैं. डॉग स्क्वायड की टीम के साथ बम निरोधक दस्ता भी मुस्तैद है. लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने के लिए कहा गया है.
रेलवे स्टेशन-मॉल में चला चेकिंग अभियान
गोरखपुर रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मॉल, व्यस्ततम बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाके में अधिकारियों ने किया पैदल गश्त कर लोगों को सुरक्षा का अहसास कराया है. गोरखपुर में चप्पे-चप्पे पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सड़क पर निकले पुलिस-प्रशासनिक आलाधिकारी गश्त करते दिख रहे हैं. सोमवार 10 नंवम्बर की शाम 7 बजे दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद अधिकारी भी अलर्ट मोड पर हैं. डॉग स्क्वॉड के साथ बमनिरोधी दस्ता भी सघन चेकिंग में जुटा है. रेलवे और बस स्टेशन पर चप्पे-चप्पे पर जांच की जा रही है.
गोरखनाथ मंदिर की बढ़ी सुरक्षा
दिल्ली ब्लास्ट के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट का असर गोरखपुर में भी देखने को मिला है. यूपी के अतिसंवेदनशील जनपदों में गिने जाने वाले गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. अधिकारियों ने मातहतों को भी तलाशी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह से अलर्ट हैं.
गोरखनाथ मंदिर पर अप्रैल 2022 में गोरखपुर के सिविल लाइंस के रहने वाले मुंबई आईआईटी से पास आउट इंजीनियर मुर्तजा अब्बासी के द्वारा फरसे दे किए गए हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. फरसे से हमला कर दो पुलिस कर्मियों को घायल करने वाले मुर्तजा अब्बासी के आतंकी संगठनों से गठ-जोड़ के सबूत मिले थे.
2007 में तीन ब्लास्ट हुए थे
इसके पूर्व 22 मई 2007 को गोरखपुर के गोलघर तीन सीरियल ब्लास्ट हो चुका है. सीरियल ब्लास्ट में छह लोग घायल हुए थे. साइकिल पर टिफिन बम रखकर धमाका किया गया था. धमाके में पहली बार इंडियन मुजाहिदीन का नाम आया था. इसके ठीक बाद लखनऊ, फैजाबाद और वाराणसी में तीन सीरियल ब्लास्ट हुए थे. गोरखपुर के गोलघर में 22 मई 2007 को शाम 7 बजे जलकल गेट के ट्रांसफार्मर के पास साइकिल में रखे टिफिन बम में पहला ब्लास्ट हुआ था. दूसरा ब्लास्ट बलदेव प्लाजा पेट्रोल पंप ले पास और तीसरा धमाका गणेश चौक पर हुआ था. तीनों ब्लास्ट के बीच 5-5 मिनट का अंतर था. इसमें 6 लोग घायल हुए थे.
एजेंसियां अलर्ट मोड पर
सोमवार की शाम करीब सात बजे दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास कार में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हादसे कई निर्दोष लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गईं. गोरखपुर में भी पुलिस-प्रशासन ने फौरन हाई अलर्ट घोषित करते हुए शहरभर में चेकिंग और गश्त का व्यापक अभियान शुरू किया.
डीआईजी गोरखपुर रेंज एस. चनप्पा के नेतृत्व में पुलिस, प्रशासन और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हो गईं. सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टेशन, गोरखनाथ मंदिर, मॉल, होटल, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर डॉग स्क्वाड, बम डिस्पोजल टीम, और इंटेलिजेंस यूनिट के साथ सघन जांच अभियान चलाया गया.
डीआईजी चनप्पा ने बताया कि दिल्ली की घटना के बाद पूरे रेंज के जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा में चूक नहीं होने दी जाएगी. सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में नियमित गश्त करें और पुराने या परित्यक्त वाहनों की गहन जांच सुनिश्चित करें.
डीएम-एसएसपी ने लिया जायजा
घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी दीपक मीणा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर भी फील्ड में उतर आए. दोनों अधिकारियों ने सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. मंदिर परिसर, पार्किंग स्थल और आस-पास के क्षेत्रों में डॉग स्क्वाड के साथ बारीकी से जांच की गई. सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह भी मौके पर मौजूद रहे. अधिकारियों ने तैनात जवानों को चौकन्ना रहने और हर आगंतुक की जांच करने के निर्देश दिए.
इसके बाद अधिकारियों का दल रेलवे स्टेशन पहुंचा, जहां डीआईजी, डीएम, एसएसपी, एसपी रेलवे लक्ष्मी नारायण मिश्रा, सीओ कैंट योगेन्द्र सिंह सहित पुलिस बल ने प्लेटफार्म, प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर और पार्किंग स्थल की बारीकी से जांच की. सभी संदिग्ध वाहनों, बैगों और यात्रियों की तलाशी ली गई. अधिकारियों ने रेलवे प्रशासन से सुरक्षा को लेकर विस्तृत जानकारी ली और यात्रियों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु को छूने या उसके पास जाने से बचें.
इसके बाद अधिकारियों की टीम रोडवेज बस स्टेशन पहुँची. यहाँ चेकिंग के दौरान एक लेन पर बसों द्वारा कब्जा किए जाने से डीआईजी और डीएम एसएसपी ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने तत्काल आरएम (क्षेत्रीय प्रबंधक) को बुलाकर निर्देश दिया कि आगे से कोई भी बस रोड पर खड़ी कर सवारी न भरे. यदि भविष्य में ऐसी लापरवाही पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों ने बस अड्डे पर मौजूद यात्रियों से भी बातचीत कर सुरक्षा को लेकर उनकी राय जानी.
होटलों और मॉल की भी तलाशी, सुरक्षा व्यवस्था पर नजर
डीआईजी, डीएम और एसएसपी की टीम बाद में शहर के प्रमुख होटलों और मॉल का भी भ्रमण किया. डॉग स्क्वाड और बम डिस्पोजल यूनिट ने होटल के कमरों, लॉबी, पार्किंग एरिया और रेस्टोरेंट्स की तलाशी ली. होटल संचालकों को निर्देश दिए गए कि वे हर आने वाले मेहमान की फोटो आईडी और पते का पूरा विवरण दर्ज करें और बिना जांच के किसी को ठहरने की अनुमति न दें.
गोरखपुर पूरी तरह सुरक्षित: एसएसपी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि गोरखपुर पुलिस हर संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हमें सतर्क रहकर ऐसी किसी स्थिति को रोकना होगा. जैसे ही हमें जानकारी मिली, गोरखपुर पुलिस को तत्काल अलर्ट कर दिया गया. शहर के सभी थाना क्षेत्रों में चेकिंग, गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है. रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मंदिर, मॉल और होटल जैसे संवेदनशील स्थानों पर लगातार पुलिस बल की तैनाती की गई है.
एसएसपी ने आगे कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से डॉग स्क्वाड, बम डिस्पोजल यूनिट और एंटी-टेरर सेल सक्रिय है. शहर के हर कोने में विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है. हमारा उद्देश्य सिर्फ चेकिंग करना नहीं है, बल्कि जनता में सुरक्षा का भरोसा कायम रखना भी है. किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना तुरंत 112 या नजदीकी थाने को दें. अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
उन्होंने यह भी बताया कि विशेष पेट्रोलिंग टीमों को रातभर गश्त के लिए लगाया गया है. सभी प्रमुख बाजारों और धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. हमारी प्राथमिकता है कि गोरखपुर में शांति, सुरक्षा और जनविश्वास बना रहे.
डीएम दीपक मीणा ने जनता से की अपील
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने नागरिकों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें. उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
गोरखपुर में सोमवार देर रात तक डीआईजी, डीएम और एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीमें गश्त करती रहीं. स्टेशन, बस अड्डे, बाजार, होटल और मॉल में जांच अभियान जारी रहा. शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अभूतपूर्व सतर्कता बरती जा रही है. दिल्ली के लाल किले विस्फोट की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है, लेकिन गोरखपुर पुलिस-प्रशासन की तत्परता और समन्वित कार्रवाई ने शहरवासियों को भरोसा दिलाया है कि गोरखपुर हर स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है.