Uttarakhand News: उत्तराखंड में विधायक अपने क्षेत्र के विकास के लिए कितने संवेदनशील हैं इसका अंदाजा उनकी विधायक निधि खर्च करने से लगाया जा सकता है. अधिकांश विधायक ऐसे हैं जो अपनी विधायक निधि को वक्त पर खर्च नहीं कर पाते, इसलिए कई योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं. खासकर अगर जिला देहरादून के विधायकों की बात की जाए तो यहां 10 विधानसभा हैं. इन 10 में से 9 बीजेपी के विधायक हैं और एक कांग्रेस के, लेकिन कोई भी विधायक अब तक अपनी पूर्व विधायक निधि खर्च नहीं कर पाया, जबकि यह वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है. इनमें सबसे फिसड्डी कांग्रेस के चकराता से विधायक प्रीतम सिंह रहे हैं.

वित्तीय वर्ष 22-23 समाप्ति की ओर है और सरकार नए वित्तीय वर्ष 23-24 के लिए बजट की तैयारी में जुटी हुई है. नए साल के लिए नई योजनाएं होंगी नए विकास के एजेंडे होंगे, लेकिन हमारे माननीय 2022-23 की अपनी विधायक निधि खर्च नहीं कर पाए, जबकि यही विधायक विधानसभा के अंदर बैठकर विकास का रोना रोते हैं.  वक्त पर जब ये माननीय अपनी विधायक निधि खर्च नहीं करेंगे तो फिर प्रदेश का विकास कैसे होगा. उत्तराखंड में भाजपा के 47, कांग्रेस के 19, बसपा की दो और दो निर्दलीय विधायक हैं. 

10 प्रतिशत भी खर्च नहीं कर पाए कांग्रेस विधायकखासकर यदि जिला देहरादून के विधायकों की बात की जाए तो यहां विधायक निधि खर्च करने में सबसे टॉप पर रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ हैं और सबसे फिसड्डी चकराता के कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह जो अपने विधायक निधि का 10% हिस्सा भी खर्च नहीं कर पाए. वहीं बीजेपी के अन्य विधायकों के भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं. कई विधायक ऐसे हैं जो अपनी विधायक निधि का 90% हिस्सा स्वीकृत तो करा चुके हैं, लेकिन स्वीकृत कामों की गति कछुआ चाल है, जबकि विधायक दावा कर रहे हैं कि वह अपनी 100 प्रतिशत विधायक निधि खर्च कर चुके हैं.

जिला देहरादून के विधायकों की विधायक निधि का विवरण-

विधायक नाम                   स्वीकृत राशि         अवशेष            कुल योजना         पूर्ण       पेंडिंग  सविता कपूर                      295                    79.86            98                      8          90विनोद चमोली                    275                    99.11            38                      4          34बृजभूषण गैरोला                 283                    91.93            89                      8          81गणेश जोशी                       345                    29                 91                     32         59मुन्ना सिंह चौहान                155                     219               57                     7           50उमेश शर्मा काऊ               365                    9.42              73                     33         40प्रीतम सिंह                       33.55                  341.45          13                     1           12  खजान दास                      289                      85.44            67                     2           65प्रेम चन्द्र अग्रवाल              289.56                 85.44           40                     13          27सहदेव पुंडीर                   290                      84.22           106                   13          93  

अधिकारी ने क्या बतायादेहरादून सीडीओ झरना कमठान ने बताया कि उत्तराखंड में हर विधायक को प्रतिवर्ष 3 करोड़ 75 लाख रुपए विधायक निधि के लिए मिलते हैं, जिनके माध्यम से विधायक अपने क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्य करते हैं. इसके अलावा सरकार द्वारा स्वीकृत अन्य विकास काम अलग हैं. देहरादून जिले में कुल 10 विधायक हैं. इस हिसाब से सभी विधायकों को ₹37 करोड़ 50 लाख स्वीकृत किए गए. अब तक विधायकों को ₹26 करोड़ 24 लाख विधायक निधि के तौर पर स्वीकृत किए जा चुके हैं, जबकि 11 करोड़ 25 लाख धनराशि अभी अवशेष है, जिसके सापेक्ष 672 योजनाएं सभी विधायकों को स्वीकृत की गई हैं और इनमें से 121 योजना ही अभी पूरी हो पाई है, जबकि 551 योजनाएं पेंडिंग हैं.

माननीयों के विधायक निधि खर्च करने के हालात तब हैं जब उत्तराखंड में अधिकांश विधायक बीजेपी के हैं और देहरादून में भी 10 में से 9 विधायक बीजेपी के हैं. भाजपा विकास के नाम पर बड़े-बड़े दावे करती है और वक्त वक्त पर अपने विधायकों की पाठशाला भी लगाती है, लेकिन विधायकों की अपने क्षेत्र के प्रति विकास की लगन कितनी है इसका अंदाजा उनकी विधायक निधि खर्च करने से लगाया जा सकता है.

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