Dehradun News: देहरादून में सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने और हुड़दंग करने वालों के खिलाफ पुलिस का सख्त रुख जारी है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देश पर दून पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर 62 लोगों को हिरासत में लिया और पुलिस अधिनियम के तहत चालान काटते हुए कुल ₹15,500 का जुर्माना वसूला. इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल सार्वजनिक स्थानों पर कानून व्यवस्था बनाए रखना है, बल्कि सड़क हादसों और अप्रिय घटनाओं को रोकना भी है.
10 फरवरी 2025 को देहरादून पुलिस ने थाना पटेलनगर क्षेत्र में विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर विशेष अभियान चलाया. यह अभियान कारगी चौक, आईएसबीटी चौक, मुस्कान चौक, ट्रांसपोर्ट नगर, मंडी तिराहा और पटेलनगर बाजार सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर संचालित किया गया. इन स्थानों पर पुलिस टीम ने सड़क किनारे फुटपाथों पर शराब पीने और पिलाने वालों को पकड़ा.
पुलिस ने चालान काटते हुए 15 हजार रुपये का जुर्माना वसूलापुलिस ने कुल 62 लोगों को चिन्हित कर उन्हें वाहन में बैठाकर थाना पटेलनगर लाया. वहां उनसे पूछताछ की गई और भविष्य में इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त न होने की सख्त चेतावनी दी गई. इसके बाद, पुलिस अधिनियम के तहत चालान काटते हुए इन लोगों से कुल 15,500 का जुर्माना वसूला गया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने और हुड़दंग करने वालों के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान कानून-व्यवस्था को बनाए रखने, सड़क हादसों को रोकने और सामाजिक सौहार्द्र को बनाए रखने के लिए आवश्यक है.
सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना कानूनन अपराधपुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि वे अपने आसपास किसी को सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीते हुए देखते हैं तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें. इस तरह की गतिविधियां न केवल सामाजिक शांति भंग करती हैं, बल्कि कई बार बड़े अपराधों और दुर्घटनाओं का कारण भी बनती हैं.
हालांकि सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना कानूनन अपराध है, लेकिन इसके बावजूद कई लोग नियमों का उल्लंघन करते हुए खुलेआम शराब पीते हैं. खासकर सार्वजनिक स्थानों जैसे कि चौक, बस स्टैंड, बाजार क्षेत्र और फुटपाथों पर ऐसे मामले अधिक देखने को मिलते हैं.
शराब पीने के कारण सड़क हादसों में बढ़ोतरीशराब पीकर हुड़दंग मचाने वाले लोगों के कारण न केवल आम नागरिकों को असुविधा होती है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा खतरा बन जाता है. कई सड़क हादसे भी शराब के नशे में लापरवाही से वाहन चलाने के कारण होते हैं. पुलिस का कहना है कि यदि इस तरह की घटनाओं पर समय रहते सख्ती नहीं बरती गई तो यह भविष्य में एक गंभीर समस्या का रूप ले सकती है. इसलिए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और पुलिस गश्त को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा.
देहरादून के स्थानीय निवासियों ने पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना की है. उनका कहना है कि आए दिन सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने और हुड़दंग करने की घटनाएं बढ़ती जा रही थीं, जिससे आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
शराबियों के खिलाफ होगी कार्रवाईएक स्थानीय दुकानदार ने बताया, "अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग सार्वजनिक स्थानों पर बैठकर शराब पीते हैं और राहगीरों को परेशान करते हैं. कई बार ये लोग आपस में झगड़ने भी लगते हैं, जिससे माहौल बिगड़ता है. पुलिस की इस कार्रवाई से निश्चित रूप से यह समस्या कम होगी." एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा, "यह बहुत अच्छी पहल है. हमें उम्मीद है कि इस तरह की कार्रवाई नियमित रूप से होती रहेगी ताकि शहर का माहौल सुरक्षित और अनुशासित बना रहे."
देहरादून पुलिस ने शहरवासियों से अपील की है कि वे कानून का पालन करें और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने से बचें. साथ ही, पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति इस तरह की गतिविधियों में दोबारा संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस का उद्देश्यपुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल कुछ दिनों के लिए नहीं, बल्कि नियमित रूप से चलाया जाएगा. आने वाले दिनों में शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह की चेकिंग की जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
देहरादून पुलिस द्वारा चलाए गए इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और सड़क सुरक्षा को मजबूत करना है. सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामूहिक रूप से भी समाज को प्रभावित करती है.
अभियान के तहत 62 लोगों पर हुई कार्रवाईइस अभियान के तहत 62 लोगों पर कार्रवाई करते हुए ₹15,500 का जुर्माना वसूला गया, जो कि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त लोगों के लिए एक चेतावनी है. पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा और कानून का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. शहरवासियों को भी चाहिए कि वे जिम्मेदार नागरिक बनें और इस तरह की अवैध गतिविधियों को हतोत्साहित करें. देहरादून को एक सुरक्षित, स्वच्छ और अनुशासित शहर बनाने के लिए पुलिस और नागरिकों का सामूहिक प्रयास आवश्यक है.
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