Dehradun News: उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार ने पुलिस मुख्यालय में चारधाम यात्रा को लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के कई जरुरी दिशा-निर्देश दिए. डीजीपी अभिनव कुमार प्रदेश में आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा, यात्रा में लगने वाले जाम को खत्म करने, बॉर्डर पर पंजीकरण की जांच, फ्रॉड करने वालो के खिलाफ कार्यवाही जैसे कई मुद्दों पर अधिकारियों के साथ बातचीत की. साथ ही आवश्यक निर्देश दिये.


डीजीपी ने कहा कि मंदिर परिसरों में लंबी लाइनें लगवाने के बजाय वहां टोकन देने की व्यवस्था लागू की जाए. यातायात का दबाव बढ़ने पर यात्रियों के लिए चिन्हित किए गए होल्डिंग एरिया का पहले से निरीक्षण कर लिया जाए. होल्डिंग एरिया मुख्य कस्बों के पास हों और वहां जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों. बैठक में तय किया गया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं और वाहनों के आवागमन के लिए गेट सिस्टम तैयार किया जाए. केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के लिए खच्चरों के आवागमन का समय निर्धारित किया जाने पर निर्णय लिया गया. डीजीपी अभिनव कुमार ने निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण श्रद्धालुओं को लाने वाली ट्रेवल एजेंसी और चालक के खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाए.


रील बनाने पर पुलिस ने वसूला जुर्माना
वहीं मंदिर से 50 मीटर के दायरे में वीडियो ग्राफी और रील पर रोक जारी रहेगी. चारधाम यात्रा के दौरान रील बनाने वालों पर पुलिस की कार्रवाई जारी है. बुधवार को बद्रीनाथ में रील बनाते हुए 15 लोगों के मोबाइल फोन जब्त किए गए. इन सभी लोगों के फोन को आठ घंटे तक जब्त रखा गया. वहीं प्रति व्यक्ति से 250 रुपये का जुर्माना भी पुलिस ने वसूल किया गया. ये सभी लोग मंदिर से 50 मीटर की कम दूरी पर मोबाइल से वीडियो शूट कर रहे थे. आपको बता दें सरकार ने चारधाम यात्रा में मंदिर परिसर से 50 मीटर की दूरी पर मोबाइल फोन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है. 


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