Lok Sabha Election 2024: मौजूदा लोकसभा चुनाव में सियासी पार्टियां और उम्मीदवार जीत हासिल करने के लिए हर तरह के हथकंडे आजमा रहे है. तमाम लोग अपने विपक्षियों के खिलाफ दुष्प्रचार व प्रोपेगेंडा कर अपना माहौल बनाने और दूसरों का खेल बिगाड़ने में लगे हुए है. ऐसे ही दुष्प्रचार को रोकने और गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपने लीगल सेल से जुड़े हुए वकीलों की एक कोर टीम बनाई है. 


यह कोर टीम एक वार रूम में बैठकर अपने ऑपरेशन को अंजाम दे रही है. कोर टीम में शामिल वकील तथ्यों का पता लगाकर न सिर्फ लोगों के बीच सच्चाई को सामने रख रहे हैं, बल्कि ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए थाने से लेकर चुनाव आयोग और अदालतों तक में शिकायत भी कर रहे हैं.इसके साथ ही पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ किया जा रहे दुष्प्रचार पर भी फोकस किया जा रहा है.


वार रूम में शिफ्ट में हो रहा काम
कांग्रेस पार्टी का दावा है कि लीगल सेल के इस ऑपरेशन से न सिर्फ उसके खिलाफ हो रहे दुष्प्रचार पर अंकुश लग सकेगा, बल्कि इसकी वजह से हो रहा नुकसान भी खत्म हो जाएगा. कांग्रेस पार्टी ने इस तरह की कमेटी के जरिए दुष्प्रचार रोकने का कदम पहली बार उठाया है. इसके लिए लीगल सेल से जुड़े वकीलों को बाकायदा ट्रेनिंग दी गई है. वार रूम में अलग-अलग शिफ्ट में लोगों की ड्यूटी लगाई जा रही है. 


वार रूम से हो रही निगरानी
कमेटी के सदस्य वार रूम में बैठकर सोशल मीडिया पर विचार करने वालों को लैपटॉप, कंप्यूटर, टैब और मोबाइल के जरिए सोशल मीडिया पर पोस्ट होने वाले मैसेज की निगरानी कर रहे हैं. संदिग्ध संदेशों की पड़ताल कर रहे हैं. टेक्स्ट मैसेज और वीडियो के फैक्ट चेक किया जा रहे हैं. जरूरत पड़ने पर पुलिस - प्रशासन, चुनाव आयोग व दूसरी जगहों पर शिकायत की जा रही है. इसके अलावा अदालतों में भी मामलों को ले जाया जा रहा है.


संगम नगरी प्रयागराज में कांग्रेस लीगल सेल के महासचिव और मंडल के प्रभारी रविंद्र सिंह के मुताबिक इस तरह का काम कांग्रेस पार्टी ने पहली बार उठाया है. वार रूम देश में कई जगहों पर बनाए गए हैं. संगम नगरी प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के नजदीक बनाए गए बनाया गया वार रूम बेहद हाईटेक है. रवींद्र सिंह के मुताबिक पार्टी की इस पहल के  सार्थक नतीजे देखने को मिल रहे हैं. हालांकि यह आरोप भी लगाए जा रहे हैं कि जो शिकायतें की जा रही हैं, उन पर सरकार के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. पार्टी के मेनिफेस्टो को लेकर जो दुष्प्रचार किया गया है, उसे लेकर शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं. 


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