संसद के शीतकालीन सत्र में गुरूवार को प्रयागराज से सांसद उज्जवल रमण सिंह ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान केंद्र सरकार से मांग की कि देश भर में देसी गायों की नस्लों को संरक्षण देने की जरूरत है. इसलिए गाय को ‘राष्ट्रमाता’ या ‘राजमाता’ का दर्जा देना चाहिए. उन्होंने गोवंश के सभी जानवरों के वध पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की.

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कांग्रेस सांसद द्वारा इस मांग ने हैरान कर दिया है, क्योंकि यह मुद्दा अक्सर बीजेपी और उसके संगठन उठाते रहे हैं. गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद लगातार प्रयास कर रहे हैं.

उज्जवल रमण सिंह ने शून्यकाल में उठाया प्रश्न

उज्ज्वल रमण ने शून्यकाल में मांग की कि देसी गायों को संरक्षण की जरूरत है. उन्होंने गाय को ‘राष्ट्रमाता’ या ‘राजमाता’ का दर्जा दिया जाना चाहिए. कांग्रेस के उज्ज्वल रमण सिंह ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, ‘‘गाय राष्ट्रीय पहचान और गौरव का प्रतीक है. देश में देसी गायों की आबादी तेजी से घट रही है. उनकी गरिमा, सम्मान और संरक्षण की तत्काल आवश्यकता है.’’ उन्होंने गोवंश के सभी पशुओं के वध पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा, ‘‘गाय को राष्ट्रमाता या राजमाता का दर्जा दिया जाए. इसके लिए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद लगातार प्रयास कर रहे हैं.’’

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गाय और गौवंश पर नई बहस

इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद द्वारा गाय को ‘राष्ट्रमाता’ या ‘राजमाता’ की मांग ने अब इस मामले में नई बहस छेड़ दी है. जबकि यह मुद्दा बीजेपी और उससे जुड़े संगठन ही उठाते रहे हैं. अब इस मामले में पहल कर कांग्रेस सांसद ने सन्देश देने की कोशिश की है कि इस मुद्दे पर उसका भी चिंतन है. इस मामले में अभी कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है. ऐसे में माना जा रहा ही कि ये उज्जवल रमण सिंह का व्यक्तिगत प्रश्न ही होगा.