UP Nagar Nikay Chunav Result 2023: लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी (Lucknow Municipal Corporation Executive) में सदस्यों के नहीं पहुंचने पर कांग्रेस नेता प्रियंका गुप्ता ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने माना कि कांग्रेस की स्थिति कमजोर हुई है. निगम कार्यकारिणी में सपा को भी सीट पाने की उम्मीद है. 12 सदस्यीय कार्यकारिणी प्रदेश सरकार की तर्ज पर काम करती है. निकाय चुनाव में 80 सीटों पर बीजेपी, 21 सपा, 4 कांग्रेस, 4 निर्दलीय और बसपा ने जीत दर्ज की है. लखनऊ नगर निगम में कुल 110 वार्ड हैं. एक कार्यकारिणी सदस्य के लिए औसत 10 से 15 वोट तक आता है. निर्वाचित पार्षदों के अलावा विधायक, विधान परिषद सदस्य, लोकसभा और राज्यसभा सदस्य भी मतदान करते हैं.


नगर निगम कार्यकारिणी में भी बीजेपी की बहार


कार्यकारिणी सदस्य नगर निगम सदन के पदेन माने जाते हैं. पिछली बार 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में बीजेपी के आठ, सपा के चार थे और कांग्रेस का एक भी सदस्य नहीं था. उस समय भी कांग्रेस के सिर्फ 8 पार्षद थे. कांग्रेस के हालत में बदलाव नहीं आया है लेकिन सपा की स्थिति और खराब हो गयी है. सपा नेता राजपाल कश्यप ने कहा कि समाजवादी विचारधारा के लोग लड़ना जानते हैं.


उत्तर प्रदेश में बड़ी-बड़ी सरकारों का घमंड तोड़ने का काम समाजवादियों ने किया है. कांग्रेस, बीजेपी और बीएसपी का भी का भी घमंड ठीक करने का काम किया. पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने नगर निगम के नतीतों को जनादेश का सम्मान बताया. उन्होंने वादा किया कि बीजेपी लखनऊ के विकास में आनेवाली समस्याओं को दूर करेगी. जनादेश का सम्मान और और जनता के भैसले का स्वागत होगा. 10 लाख से अधिक लागत के सभी कामों को कार्यकारिणी की मंजूरी लेना जरूरी होता है. बजट सहित सभी नीतिगत फैसले नगर निगम कार्यकारिणी से मंजूरी मिलने के बाद सदन में रखे जाते हैं.


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