लखनऊ. पंचायत चुनाव को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की तरफ से दिए एक बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है. विपक्षी दलों ने इसको लेकर सरकार पर हमला बोला है. दरअसल, प्रयागराज में जिला पंचायत अध्यक्षों व सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि वो पूरा जोर लगाएंगे की अगले चुनाव में जनता ही जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुने. डिप्टी सीएम के इस बयान के बाद सियासी हलचल और विपक्ष की बयानबाजी शुरू हो गयी है.


विपक्ष का हमला
कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि डिप्टी सीएम को पंचायती राज एक्ट के अध्ययन करना चाहिए. उसकी बहुत सी धाराएं लागू नहीं होती. उनको लागू करें तो बेहतर होगा. दीपक सिंह ने आरोप लगाया कि इस बार चुनाव मे सरकार ने डाके डाले, सदस्यों का अपहरण कराया. 


सपा का भी निशाना
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि बीजेपी सरकार को पता था कि अगर इस बार जनता से चुनाव कराया तो हार जाएंगे. इसीलिए 5 साल बाद की बात कर रहे हैं.


वहीं, डिप्टी सीएम के बयान को राजनीतिक विश्लेषक अलग तरह से देख रहे हैं. उनका मानना है कि ये काम आसान नही, बड़ी चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन ऐसा होता है तो बेहतर होगा. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर बीजेपी सरकार की ऐसी मंशा है तो अभी से काम शुरू करना चाहिए जिससे अगले चुनाव तक सभी बाधाएं दूर कर इसे लागू किया जा सके.


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