उत्तर प्रदेश में ठिठुरन कम होने का नाम नहीं ले रही है. नए साल में भी लगातार शीतलहर का कहर जारी है. भले ही कोहरा नहीं पड़ रहा है लेकिन ठिठुरन बरकरार है. दिन में धूप निकलने से कुछ घंटों के लिए ठंड से निजात मिल जाती है लेकिन शाम होते ही लोग कब कंपकपाती ठंड के साए में आ जाते हैं. लोगों के पास अलाव का सहारा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता.


उत्तर प्रदेश में लगातार शीतलहर का कहर जारी


गोंडा में लोगों को अलाव जलाकर हाथ सेंकते हुए देखा जा सकता है. ठंड का असर न सिर्फ इंसानों पर हो रहा है बल्कि जानवर भी राहत के लिए दुबकने पर मजबूर हैं. लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने शहर के लगभग सभी चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की है. लेकिन लोगों को लगता है कि ये पर्याप्त नहीं है. कंपकंपाती ठंड से लोगों को फिलहाल राहत मिलती हुई नही दिख रही है. मौसम विभाग का कहना है कि कुछ दिनों तक मौसम की मार लोगों को झेलनी पड़ेगी.


जरूरी होने पर घर से बाहर निकलने की सलाह


उन्हें ठंड के बीच चंद दिन और गुजारने होंगे. ऐसे में लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े का इस्तेमाल करें और बहुत जरूरी होने पर ही रात में घर से बाहर निकलें. स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक, उत्तर भारत के मैदानी राज्यों के कुछ हिस्सों में 2 जनवरी से हवाओं का रुख बदलेगा. 3 से 6 जनवरी 2021 के बीच कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर तेज वर्षा के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है. 


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