देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में बंद पूरी तरह विफल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बंद का ऊधम सिंह नगर में दो-तीन जगहों पर ही असर देखा गया जबकि अन्य स्थानों पर यह बेअसर रहा. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड के किसान राज्य सरकार की नीतियों से खुश हैं और यहां का किसान पढ़ा-लिखा और समझदार है, इसलिए वह किसी के बहकावे में नहीं आया.


त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कोई बाजार बंद नहीं रहा और यदि जबरदस्ती किसी ने बंद करने के प्रयास किए गए होंगे तो इसका संज्ञान लेकर कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने किसानों से किसी भ्रम जाल में न फंसने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों से किसानों के हितों की रक्षा ही होगी.


उत्तराखंड में भारत बंद का इन जिलों में दिखा असर


बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत 'भारत बंद' का उत्तराखंड में मिलाजुला असर रहा. जहां चमोली, पौड़ी, उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग जिलों में इसका बहुत कम प्रभाव देखने को मिला जबकि पिथौरागढ़ जिले में पूर्ण हड़ताल रही. राजधानी देहरादून में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राज्य पार्टी मुख्यालय से पल्टन बाजार तक जुलूस निकाला और बंद लागू कराने का प्रयास किया.


उधमसिंह नगर जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, किच्छा, सितारगंज, खटीमा और नानकमत्ता में हालांकि ज्यादातर दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. वहीं चमोली, पौड़ी, उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग जैसे पहाड़ी जिलों में बंद का बहुत कम असर देखने को मिला लेकिन सीमांत पहाड़ी जिले पिथौरागढ़ में पूर्ण हड़ताल रही और मुख्य बाजार पूरी तरह से बंद रहे.


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