Chhath Puja 2023: वाराणसी (Varanasi) में छठ पर्व को मनाने की तैयारी चल रही है. इस पर्व को न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व की शुरुआत आज यानी 17 नवंबर से हो रही है. 


वाराणसी में छठ पर्व की धूम
आज से ही माताएं-बहनें 36 घंटे तक व्रत रखकर इस व्रत की शुरुआत करेंगी और 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करेंगी. सूर्य उपासना वाले इस पर्व को अनेक विधि विधान से पूर्ण करने की परंपरा है. जिसमें प्रसाद चढ़ाने से लेकर घाटों पर बेदिया बनाने, भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा शामिल है. छठ पर्व को लेकर व्यापारियों ने अच्छे कारोबार की उम्मीद जताई है. 


व्यापारियों को अच्छे कारोबार की उम्मीद 
दुकानदार अतुल कुमार गुप्ता ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान बताया कि बिहार के साथ-साथ वाराणसी और आसपास के जनपद में छठ पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. डलिया व अन्य पूजन सामग्री के साथ-साथ विशेष तौर पर प्रसाद सामग्री बनाने वाले सामानों की मांग अधिक बढ़ जाती है, जिसमें घी, तेल, फल, फूल, आटा प्रमुख तौर पर पूजन में इस्तेमाल होता है.


वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली, आजमगढ़ और जौनपुर जैसे जिलों को मिला दें तो अनुमान के मुताबिक ऐसे सामानों की खरीदारी की वजह से 300 करोड़ रुपये का व्यापार हो सकता है. निश्चित ही प्रकाश उत्सव के बाद यह खरीदारी भी अर्थव्यवस्था को और गति देने में मदद करेगी.


घाटों और तालाबों की सफाई के निर्देश
वाराणसी जिला प्रशासन और महापौर अशोक तिवारी ने बनारस के घाट और वरुणा नदी से सटे घाटों का निरीक्षण कर साफ सफाई और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का दिशा निर्देश दिया है. बनारस के घाटों पर कुछ समय पहले गंगा जलस्तर बढ़ने की वजह से सीढ़ियों तक मिट्टी लगने की वजह से श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से घाटों और तालाबों को साफ सुथरा करने का दिशा निर्देश दिया गया है. कल 18 नवंबर से लोगों का घाटों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा.


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