उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बारिश का कहर जारी है. बुधवार रात नंदानगर नगर पंचायत के कुंतरी वार्ड में भूस्खलन के कारण आधा दर्जन मकान मलबे की चपेट में आ गए, जिसमें दस लोगों के लापता होने की सूचना है. इनमें कुंतरी लगा फाली में 8 और धुरमा में 2 लोग लापता हुए हैं.

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चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक इस घटना में दो लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. राहत एवं बचाव कार्य के लिए NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को कहा गया है.

भूस्खलन का दर्दनाक चेहरा

चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, नंदानगर के कुंतरी वार्ड में हुई यह घटना भारी बारिश के कारण भूस्खलन से उपजी है. मलबे के कारण कई मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और परिवारों का जीवन संकट में पड़ गया.

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सीएमओ ने मौके पर तीन 108 एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीम रवाना कर दी है. प्रशासन ने घटना स्थल पर राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है. मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर कोशिशें की जा रही हैं. 

लापता लोगों की तलाश में राहत टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं. एक पखवाड़े पहले भी इसी वार्ड में जमीन धंसने और गहरी दरारें पड़ने से करीब 16 मकान खतरे की जद में आ गए थे. उस समय 64 लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया था.

हादसे में लापता लोगों की सूची

जानकारी के मुताबिक ग्राम कुंतरी लगा फाली में कुंवर सिंह (42 साल) पुत्र बलवंत सिंह, कांता देवी, पत्नी कुंवर सिंह (38), विकास और विशाल पुत्र कुंवर सिंह (10 वर्ष), नरेन्द्र सिंह पुत्र कुताल सिँह (40), जगदम्बा प्रसाद पुत्र ख्याली राम(70), भागा देवी पत्नी जगदम्बा प्रसाद (65) और देवेश्वरी देवी पत्नी दिलबर सिंह (65) लापता है. 

तहसील घाट नंदानगर के गांव धुरमा में 2 लोगों के लापता होने की सूचना है. इनमें गुमान सिंह पुत्र चन्द्र सिंह (उम्र 75) और ममता देवी पत्नी विक्रम सिंह (उम्र 38) का नाम शामिल हैं.

मोख घाटी में नदी बाढ़ से तबाही

नंदानगर के मोख घाटी स्थित धुर्मा गांव में मोख नदी की बाढ़ ने भी कहर बरपाया है. बाढ़ के मलबे की चपेट में आने से आधा दर्जन मकान पूरी तरह बर्बाद हो गए. स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का काम तेज कर दिया है.

राहत कार्य तेज, प्रशासन सतर्क

जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. NDRF और SDRF की टीमें भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चला रही हैं. मौसम विभाग ने चमोली सहित उत्तराखंड के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बना हुआ है.