उत्तरकाशी: माघ का महीना चल रहा है, लेकिन कई जगहों पर अभी से ही बुरांस की सुर्ख लालिमा नजर आने लगी है. इतना ही नहीं कई जगहों पर तो पेड़ लाल फूलों से क गए हैं. जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. साथ ही अचंभित कर सोचने पर भी मजबूर रहे हैं कि आखिर समय से पहले ही बुरांस के फूल क्यों खिल रहे हैं?


समय से पहले खिला बुरांस


उत्तरकाशी जिला के बद्री केदार नाथ मोटर मार्ग पर संकुणा धार में अभी से ही बुरांस के पेड़ों पर फूल खिल गए हैं. फूल भी पूरी तरह से खिले हैं. आमतौर पर यहां बुरांस देर से खिलते हैं, लेकिन अब जल्द ही खिलने लगे हैं. स्थानीय लोग भी बुरांस के खिलने पर कई तरह से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.


लोगों का कहना है कि अमूमन बुरांस 15 मार्च से लेकर 15 अप्रैल के मध्य तक खिलता है, लेकिन मौसम में बदलाव के चलते बुरांस समय से पहले ही खिल रहा है, तो कई इसे ग्लोबल वार्मिंग का असर बता रहे हैं. जबकि, कुछ लोगों का कहना है बर्फबारी और बारिश में गिरावट के चलते ये परिवर्तन देखने को मिला है. वहीं, कुछ लोगों का मानना है ये बुरांस की स्वाभाविक प्रक्रिया है.


उत्तराखंड का राज्य वृक्ष


आपको बता दें कि, बुरांस (रोडोडेंड्रोन), उत्तराखंड का राज्य वृक्ष है. राज्य में बुरांस की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जो ऊंचाई और स्थान के हिसाब से अलग-अलग होती हैं. आमतौर पर बुरांस लाल, गुलाबी और सफेद रंग के देखने को मिलते हैं. जिसमें लाल रंग के बुरांस का उपयोग ज्यादा किया जाता है. बुरांस में कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. इसका जूस और शरबत बेहतर पेय पदार्थ में शामिल है. बुरांस का जूस दिल से लेकर लिवर को स्‍वस्‍थ रखता है. जबकि, पहाड़ों में बुरांस आय का जरिया भी माना जाता है. कई लोग बुरांस के जूस बेचकर से अपनी आजीविका भी चलाते हैं.


बुरांस के जूस के फायदे:


-विशेषज्ञों की मानें तो बुरांस का जूस हृदय संबंधी बीमारियों से बचाता है.
-खून की कमी को दूर करता है.
-शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करता है.
-उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर में काफी लाभदायक होता है.
-लीवर संबंधी बीमारियों को दूर करता है.
-बुरांस एंटी ऑक्सीडेंट की पूर्ति भी करता है.


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