Umashankar Singh on Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के आरोपों पर बसपा विधायक उमा शंकर सिंह (Uma Shankar Singh) ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को बीजेपी जो स्क्रिप्ट लिखकर देती है. सपा उसी को पूरा करने में लग जाती है. बसपा विधायक ने कोलकाता में होने जा रही सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि क्या यूपी छोटा है, या फिर सपा राष्ट्रीय पार्टी है, उनका कोलकाता में क्या है? उन्हें बीजेपी ने एजेंडा दिया होगा इसलिए वहां गए हैं. बीजेपी के लिए काम करें और बचे भी रहें इसलिए वो बसपा पर आरोप लगा रहे हैं. 


अखिलेश यादव ने बसपा को बीजेपी की बी टीम बताते हुए आरोप लगाया कि बसपा के उम्मीदवार बीजेपी दफ्तर से तय होते हैं. इसका जवाब देते हुए बसपा विधायक ने कहा कि अखिलेश यादव अब कुछ भी कहे, जनता को दिख रहा है, किसी से कुछ छुपा नहीं है. सपा, बीजेपी की बी टीम क्यों नहीं हैं, उन्हें ये बताना चाहिए. 


अखिलेश यादव पर किया पलटवार


उमाशंकर सिंह ने कहा कि जब बीजेपी की सरकार आई तब दिल्ली से लेकर प्रदेश तक की भाजपा सरकार ने पिछली सपा सरकार के कार्यों की जांच के लिए एफआईआर रजिस्टर्ड की. कई बड़ी एजेंसियों को जांच भी दी गई और कहा कि 6 महीने में सब जेल जाएंगे, लेकिन 6 साल हो गए कोई जांच एजेंसी अभी जांच शुरु भी नहीं कर पाई है तो फिर कौन बी टीम है. कहीं न कहीं मैनेज किया उन्हीं के परिवार के उनके चाचा जिस केस में यादव सिंह सालों जेल काट के आए जो उस समय इन्वेस्टिगेट हुआ था उसमें से पार्टनरशिप डीड में उनके नाम से उनके शेयर स्पष्ट है, लेकिन उनके परिवार से कोई जेल नहीं गया. 


बसपा विधायक ने कहा कि इनको स्क्रिप्ट बीजेपी देती है और उसको इंप्लीमेंट समाजवादी पार्टी करती है. उनको पता है कि अगर माइनॉरिटी बसपा के साथ इतनी ताकत लगा देंगे तो बीजेपी का विकल्प बसपा बन जाएगी और इसीलिए अखिलेश यादव घबराए हुए है. वो केवल माइनॉरिटी को यह दिखाना चाहते हैं. उनको लग रहा है कि माइनॉरिटी अब बसपा की तरफ शिफ्ट हो रहा है. 12-14 दिन हाउस चला जिस दिन मुख्यमंत्री सदन में अपनी बात रख रहे थे उस समय लीडर ऑफ अपोजिशन का होना जरूरी होता है ताकि वो सवाल कर सकें, लेकिन उस दिन वो सीट से नदारद थे. जानबूझ कर वॉकओवर दे दिया. 


दुर्गा पाठ कराने पर दी ये प्रतिक्रिया


नवरात्रि में यूपी सरकार द्वारा दुर्गा और अखण्ड रामायण पाठ कराने पर उमाशंकर सिंह ने कहा कि अगर ये सरकार का एजेंडा है तो संस्कृति विभाग की ये अच्छी पहल है, लेकिन सरकार सबकी होती है अगर वह हर धर्मों के लिए, हर धर्म के लिए उनके आयोजन के लिए भी बढ़ावा दें तो हम उसका भी स्वागत करेंगे. इस पर पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए यो कौन सा मुद्दा है.


उमेश पाल हत्याकांड पर उमाशंकर सिंह ने कहा कि बसपा शुरू से ही अपराधियों के खिलाफ रही है. मायावती जी 2007 से 2012 तक मुख्यमंत्री थी उस समय की एनसीआरबी की रिपोर्ट उठा लीजिए लॉ एंड आर्डर के मामले में यूपी 34 नंबर पर था, यहां बीजेपी फेल क्यों हो रही है. जब सरकार अपना पराया देख कर के काम करेगी तो फेल हो जाएगी. अपराधी अपराधी होता है ना वह किसी जाति का होता है ना वह किसी दल का होता ना किसी जाति का होता ना किसी क्षेत्र का होता है. शाइस्ता परवीन को लेकर उन्होंने कहा कि इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी, अगर वो इसमें शामिल पाई जाती है तो कार्रवाई जरूर होगी.


निकाय चुनाव को लेकर किया दावा 


निकाय चुनाव को लेकर बसपा विधायक ने कहा कि हम बेहतर परिणाम देने जा रहे हैं. बसपा में जो प्रत्याशी आवेदन कर रहे हैं उससे हम महसूस कर रहे हैं कि ग्राउंड पर उसके नतीजे बेहतर होंगे. वहीं बीजेपी के सेल्फी विद लाभार्थी अभियान पर उन्होंने कहा कि बीजेपी ऐसे काम करती है जिससे वो लाइम लाइट में बनी रहे. हर चीज की पब्लिसिटी आवश्यक नहीं है. उसको एक्सपोज मत करिए अच्छा नहीं है. उनका चेहरा मत उजागर करिए कि हमने उनको क्या क्या दिया है. 


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