UP News: बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) का रविवार को जन्मदिन था. इस मौके पर बसपा प्रमुख ने लखनऊ (Lucknow) स्थित पार्टी दफ्तर में मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान मायावती ने पार्टी के घटते जनाधार पर बयान दिया. उन्होंने कहा, "जब तक चुनाव बैलेट पेपर पर होते रहे तब तक बसपा के न वोट प्रतिश्त और न ही जनाधार कम हुआ है और हमारी सीटें भी बढ़ी हैं. लेकिन जब से ईवीएम से चुनाव हुए तब से हमारे वोट प्रतिश्त और हमारी सीटों की संख्या पर प्रभाव पड़ा है."


हालांकि हम मायावती के बयान से अलग आंकड़ों के जरिए बीएसपी के घटते जनाधार पर एक नजर डालते हैं. साल 2007 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी ने यूपी में सरकार बनाई थी. तब मायावती यूपी की मुख्यमंत्री बनी थीं. इस चुनाव में बीएसपी को करीब 36 फीसदी वोट मिले थे. लेकिन 2012 के चुनाव में स्थिति बदल गई और तब सपा ने पूर्ण बहुमत से यूपी में सरकार बनाई थी.


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आंकड़े दे रहे गवाही
2012 के विधानसभा चुनाव में सपा को जहां 226 सीटों पर जीत मिली तो दूसरी ओर बीएसपी को केवल 80 सीटों पर संतोष करना पड़ा. इसके इस चुनाव में बीएसपी के वोट बैंक में दस फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. 2017 में यूपी में फिर से विधानसभा चुनाव हुए और इस बार बीजेपी की लहर में न केवल सपा की सरकार गई, बल्कि बीएसपी का 2012 से भी ज्यादा बुरा हाल हुआ. 


2017 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को यूपी में केवल 19 सीटों पर जीत मिली. इस चुनाव में बीएसपी के वोट शेयर में 2017 के मुकाबले चार फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इस बार पार्टी को केवल 22 फीसदी वोट मिले थे. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को मात्र एक सीट पर जीत मिली. इस बार पार्टी को केवल 13 फीसदी वोट मिले, जो बीते 15 सालों में सबसे कम था.