हरिद्वार, एबीपी गंगा। टिहरी जिले में टीएचडीसी और पुर्नवास विभाग की आपसी खींचतान का खामियाजा टिहरी झील से सटे गांव के लोग भुगतने को मजबूर हैं। पुर्नवास विभाग द्वारा फेरी बोट मालिकों का भुगतान नहीं देने पर आक्रोशित बोट मालिकों द्वारा 31 दिसंबर से बोट का संचालन बंद करने की चेतावनी दी गई है। बोट मालिकों ने कहा कि भुगतान नहीं होने से उन्हें आर्थिक परेशनियो से जूझना पड़ रहा है।

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वर्ष 2005 में झील बनने के कारण प्रभावित नौताड़, गाडोलिया, नकोट, डोबरा, रौलाकोट, छाम, सारपुल, म्यूडा सहित एक दर्जन से अधिक गांव के 5 से 7 हजार लोग रोजाना अपने रोजमर्रा के कामों के लिए फेरी बोट से सफर करते हैं, प्रत्येक वर्ष अनुबंध के आधार पर निजी बोट ली जाती है लेकिन इस वर्ष वित्तीय वर्ष में अभी तक बोट संचालन के लिए भुगतान नहीं किया गया है।

टिहरी डैम की झील के बनने के बाद से झील से सटे गांवों के लोगों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है, ऐसे में शासन प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए जिससे टिहरी डैम के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर देने वाले लोगों के साथ अन्याय न हो।

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