भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने देश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत को तेजी से बढ़ती आबादी की चुनौती को गंभीरता से लेना होगा, वरना आने वाले दशकों में हालात मुश्किल हो सकते हैं. टिकैत का कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए और सरकार को इस पर तुरंत कदम उठाना चाहिए.

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टिकैत ने कहा, “देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाना चाहिए. सरकार को इसे गंभीरता से विचार करके लागू करना चाहिए. नहीं तो अगले 100 वर्षों में देश की क्या स्थिति होगी? क्या यह मजदूर देश बन जाएगा? सरकारों ने अपने कर्तव्यों की उपेक्षा की है. ”

बढ़ती आबादी पर जताई चिंता

टिकैत का मानना है कि आबादी जिस तेजी से बढ़ रही है, उससे संसाधनों पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि खेती-किसानी से लेकर रोजमर्रा की जरूरतों तक, हर क्षेत्र में जनसंख्या का असर साफ दिख रहा है. उनकी दलील है कि अगर अभी कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई तो आने वाले समय में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और जमीन जैसे बुनियादी मुद्दे और गंभीर हो जाएंगे.

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सरकारों पर लापरवाही का आरोप

टिकैत ने पिछले कई वर्षों की सरकारों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर केवल बयानबाजी हुई है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई असरदार नीति नहीं बनी. उन्होंने कहा कि किसानों पर पहले ही महंगाई, खेती की लागत और बाजार की अनिश्चितताओं का बोझ है. ऐसे में बढ़ती आबादी से दबाव और बढ़ेगा.

कानून बनाने की रखी मांग

टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकारों से अपील की कि इस मुद्दे को राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय महत्व का विषय माना जाए. उन्होंने कहा कि चीन और कई अन्य देशों ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए सख्त नीति बनाई है, इसलिए भारत को भी ठोस कदम उठाने चाहिए.