Uttarakhand News: उत्तराखंड में बीजेपी नेता यशपाल बेनाम (Yashpal Benam) की बेटी की मुस्लिम युवक (Muslim) से शादी को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जाए रहे हैं, कई बीजेपी (BJP) नेताओं ने भी उनके इस फैसले पर सवाल उठाए हैं, जिसके बाद अब यशपाल बेनाम की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने अपनी ही पार्टी के सदस्यों को फटकार लगाते हुए कहा कि "किसी को ये नहीं भूलना चाहिए कि ये 21वीं सदी है. हमारे बच्चों को अपने फैसले लेने का पूरा अधिकार है."


यशपाल बेनाम पौड़ी गढ़वाल नगर पालिका के अध्यक्ष हैं. उनकी बेटी मोनिका की शादी 28 मई को यूपी के अमेठी में पुरेबाज गांव के मोहम्मद मोनिस से होनी है. इस कार्यक्रम के लिए बेनाम की पत्नी उषा रावत की ओर से मेहमानों को न्यौता भेजा जा रहा है. जिसके बाद उनकी बेटी की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कई बीजेपी नेता, मुस्लिम युवक से हिन्दू युवती की शादी को लेकर सवाल उठा रहे हैं. 


विरोध करने वालों की फटकार लगाई


यशपाल बेनाम ने तमाम आरोपों का जवाब देते हुए कहा, "किसी को भी इसका विरोध नहीं करना चाहिए, जो लोग भी इसे धर्म के चश्मे से देख रहे हैं मैं उन लोगों से ये कहना चाहता हूं कि ये दोनों परिवारों के लिए बेहद अहम वक्त है. इसमें दोनों परिवार को दो युवा लोग शामिल हैं. इस मामले में मेरे लिए धर्म ज्यादा अहम नहीं है, लेकिन मैं ये बता दूं कि ये शादी हिन्दू परपंरा के अनुसार होगी."  


दरअसल बेनाम की बेटी मोनिका ने लखनऊ की यूनिवर्सिटी से पढ़़ाई की है. पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात अमेठी के मोनिस से हुई थी, जिसके बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया. दोनों की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी के कई सदस्य और खुद बेनाम के समर्थक भी उनके फैसले की आलोचना कर रहे हैं. 


मुस्लिम युवक से शादी का विरोध


पौड़ी के गौसेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर गुसाईं ने कहा, ''आज भी उत्तराखंड में छोटी धोती (छोटे ब्राह्मण) और बड़ी धोती (बड़े ब्राह्मण) का बहुत महत्व है. ऐसी शादी को सामाजिक मान्यता दिलाने के लिए इस प्रकार का आयोजन अशोभनीय और निंदनीय है. हम ऐसी शादी को स्वीकार नहीं कर सकते हैं' उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में यह इस तरह पहला मामला है कि जिसमें राजनीतिक पद पर आसीन व्यक्ति इस तरह कार्ड के जरिये निमंत्रण भेज रहा है. 


कौन हैं बीजेपी नेता यशपाल बेनाम 
गौरतलब है कि बेनाम पहले कांग्रेस में थे और 2003 में पहली बार नगर पालिका पौड़ी के अध्यक्ष बने. वर्ष 2007 में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर वह पौड़ी से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़े और विधायक बने. वर्ष 2013 में वह पुनः नगर पालिका अध्यक्ष बने और वर्तमान में वह भाजपा नेता के तौर पर तीसरी बार नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं.


ये भी पढ़ें- Atiq Ahmed News: अतीक-अशरफ की हत्या के राज से उठेगा पर्दा! प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के बाद लौटी न्यायिक आयोग की टीम