UP Lok Sabha Chunav 2024: गाजीपुर से बीजेपी ने पारसनाथ राय को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि सपा से अफजाल अंसारी प्रत्याशी हैं. पारसनाथ राय और अफजाल अंसारी दोनों लागातार एक दूसरे पर हमलावर हैं. जहां अफजाल अंसारी अपनी हर जनसभा में बीजेपी प्रत्याशी पारसनाथ राय को नकल माफिया बता रहे हैं और अपने भाई मुख्तार अंसारी को मसीहा बता रहे हैं वहीं पारसनाथ मुख्तार को आतंकवादी और आततायी बता रहे हैं.


दरअसल एक चुनावी जनसभा के दौरान अफजाल अंसारी ने लोगों से सवाल किया था कि क्या आपने बीजेपी प्रत्याशी को इस गांव में कभी देखा है तो लोगों ने इसके जवाब में कहा था नहीं देखा है. अफजाल पारसनाथ राय को मनोज सिन्हा के पाकेट का आदमी बताकर भी उनपर  तंज कस रहे हैं. पारसनाथ राय ने अफजाल पर जवाबी हमला करते हुये एक वाकये का जिक्र किया.


अफजाल पर लगाया दल बदलने का आरोप
उन्होंने कहा कि अफजाल अंसारी पांच साल से सांसद हैं और गांवों में उनको जाना चाहिये था. मुलायम सिंह यादव से जुड़े एक वाकये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जिन्होंने अफजाल अंसारी को टिकट दिया है उनके पिता मुलायम सिंह यादव उनके कॉलेज में लगातार 15 दिन रुके थे और वो वहां चौकी पर सबके साथ सोते थे. मुलायम सिंह आम कार्यकर्ताओं के लिये जो बताशा रखा रहता था उसे ही खाकर पानी पीते थे. उनको जब चौकी पर गद्दा लगाने के लिये कहा गया तो उन्होंने मना कर दिया और चौकी पर ही 15 दिन तक सोते रहे. उस समय जखनियां और मलीहाबाद का संबित चुनाव हो रहा था.


अफजाल पर आगे पलटवार करते हुए उन्होंने उनपर अपने स्वार्थ के लिये बार-बार दल बदलने का भी आरोप लगाया. उन्होंने आगे कहा कि आपने ही मुलायम सिंह से सौदा किया था कि यदि वो आपके कालेज को अनुदान दे दें तो आप कम्युनिस्ट पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो जायेंगे. नियम तोड़कर उनके कालेज को मुलायम सिंह यादव ने अनुदान दिया और नीचे लिखा गया कि इसे उदाहरण न समझा जाये ताकि भविष्य में और कोई सरकार इस तरह का अनुदान न देने पाये. आपने तो अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिये हमेशा छोटे-छोटे सौदे किये और कभी बसपा में गये कभी सपा मे गए.


अफजाल को चुनौती देने वाले कौन हैं पारसनाथ राय
पारसनाथ राय मनिहारी ब्लाक के सिखड़ी गांव के निवासी हैं और पेशे से शिक्षक हैं और अपने विद्यालय के प्रबंधक भी हैं.2 जनवरी 1955 को जन्मे पारसनाथ राय लंबे समय से संघ से जुड़े रहे हैं.पारसनाथ राय को मनोज सिन्हा का करीबी माना जाता है और ज्यादातर लोगों का मानना है कि मनोज सिन्हा की वजह से ही उनको गाजीपुर से चुनाव लड़ने के लिये हरी झंडी मिली है.


ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव की बेटी अदिति के मुरीद हुए बाबा रामगोपाल यादव, दी शाबाशी, देखें Video