Aligarh News: बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammed Khan) आज अलीगढ़ में एक निजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने टॉपर छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किये. इस दौरान उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड में कहीं ना कहीं गड़बड़ है और उसमें सुधार की आवश्यकता है.

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, 'मेरा काम ये नहीं है कि मैं किसी नेता पर कमेंट करूं लेकिन मैंने कल एक बात कही थी कि मेरे पास वक्फ मंत्रालय उत्तर प्रदेश में रहा है. मैंने शिवाय मुकदमे बाजी के कुछ नहीं देखा. 1986 में मुस्लिम वूमेन प्रोटेक्शन एक्ट पास हुआ था जिस पर मैंने इस्तीफा दिया था. उसमें कहा गया था कि अगर तलाकशुदा महिला को देखने वाला कोई नहीं है तो उसको वक्फ बोर्ड से महाना भत्ता दिलवाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि दो साल के बाद मैंने  पार्लियामेंट में प्रश्न किया कि किस-किस वक्फ बोर्ड ने तलाकशुदा महिलाओं को भत्ता देने के लिए कितने-कितने पैसे का प्रावधान किया है और अब तक कितना पैसा दिया गया है? जिस पर दो साल बाद जवाब आया कि किसी भी वक्फ बोर्ड ने एक पैसे का प्रावधान नहीं किया है. ना किसी को कोई पैसा दिया गया है.

वक्फ में सुधार की आवश्यकता-राज्पपालउन्होंने कहा वक्फ बोर्ड की जो हालत है, इतनी प्रॉपर्टी है उनके पास तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं है. तो यह पैसा कहां जा रहा है. कहीं ना कहीं गड़बड़ है, तो उसके सुधार की आवश्यकता है. मैं नहीं जानता बदलाव आएगा लेकिन जरूरत है चेंज होने की.

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहा हमें बहुत अच्छा लगा कोई भी बुनियादी तौर पर जो उत्कृष्ट है जो इन्होंने मेहनत की है. बच्चों ने अनुशासित तरीके से अध्ययन किया है उसका एक तरह से उत्सव है और यह दूसरे बच्चों को प्रेरणा देता है. हमारा तो दूसरा कोई रास्ता ही नहीं है. भारत की जो भारत का मर्म अगर किसी चीज में है तो वह ज्ञान में है यह ज्ञान की संस्कृति है. यह ज्ञान का देश है तो ऐसे किसी भी कार्यक्रम में प्राइमरी स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक, कल मैं प्राइमरी यूनिवर्सिटी स्कूल में था. आज यूनिवर्सिटी में हूं. इन कार्यक्रमों में शामिल होकर एक तरह से ज्ञान की उपासना है.

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