Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच समर्थन और विरोध का दौर चल रहा है. लोकसभा चुनाव को लेकर बड़े-बड़े नेताओं की रैली का आयोजन किया जा रहा है . बड़े-बड़े नेता अपने अपने प्रत्याशियों के लिए जन समर्थन की अपील कर रहे है तो वही अब किसान संगठन भी राजनीतिक समर्थन और विरोध में आगे आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव के बीच राजनेताओं के तरह तरह के बयान सामने आ रहे हैं और आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. लोकसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं और अब लोकसभा चुनाव धीरे-धीरे तीसरे चरण की ओर बढ़ रहा है.



आगरा लोकसभा सीट पर बसपा ने पूजा अमरोही को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं भाजपा ने मौजूदा सांसद भारत सरकार मंत्री एसपी सिंह बघेल को चुनावी मैदान की जिम्मेदारी सौंपी है. सपा गठबंधन की ओर से सुरेश चंद्र कर्दम चुनावी मैदान में नजर आ रहे है. पिछले तीन चुनाव से आगरा लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है.अब भारतीय किसान यूनियन ( भानू ) का समर्थन बसपा प्रत्याशी को मिलने के बाद क्या परिणाम में बदलाव होगा या फिर चौथी बार भी भाजपा लोकसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रहेगी या सपा प्रत्याशी को मौका मिलेगा. ये तो आने वाले 4 जून को नतीजे में नजर आएगा.

7 मई को आगरा में है मतदान
आगरा में तीसरे चरण में मतदान होना है. यानी कि 7 मई को आगरा में मतदान होगा. जब आगरा और फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के मतदाता अपने सांसद का चुनाव करेंगे. लोकसभा चुनाव के बीच आगरा सीट पर किसान संगठन ने बसपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दे दिया है. भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने आगरा लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही को अपने समर्थन का ऐलान किया है. भारतीय किसान यूनियन ( भानू ) के अध्यक्ष के तौर पर अपने संगठन का समर्थन बसपा प्रत्याशी को देने का ऐलान किया है. जिसके बाद सियासी चर्चाएं तेज हो गई.

भारतीय किसान यूनियन (भानू) के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह लगातार भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में खड़े हुए नजर आए है. किसान आंदोलन से लेकर अन्य मुद्दों पर भाजपा का समर्थन करते हुए नजर आए है. लेकिन चुनाव के ठीक बीच भानु प्रताप सिंह का समर्थन बसपा प्रत्याशी को करने के बाद से राजनीतिक चर्चाएं जोरों पर है. अपने तीखे बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाले किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने संगठन की ओर से अपना पूरा समर्थन बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही को देने का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद आगरा लोकसभा सीट पर राजनीतिक चर्चा बहुत जोरों पर है.


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