उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद में छात्रा का यौन उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. हैरानी इस बात की है छात्रा ने बीती 11 जुलाई को आत्महत्या की थी, तब से अभी तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था. पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शनिवार को मामला एसपी के आदेश पर दर्ज किया.

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी युवक कथित रूप से छात्रा को अश्लील मैसेज भेजता था और उसने पीड़िता के घर में घुसकर उसका यौन उत्पीड़न भी किया था.

क्या था पूरा मामला?

पुलिस के मुताबिक, महिला ने शिकायत में आरोप लगाया कि गांव निवासी दबंग विपुल दुबे उसकी 21 वर्षीय बेटी का लगातार पीछा करता था और कई मोबाइल नम्बरों से अश्लील संदेश भेजता था, जिसकी वजह से उसकी बेटी ने स्कूल जाना छोड़ दिया था. पुलिस ने बताया कि महिला ने आरोप लगाया कि दुबे उसके घर में घुस जाता था और उसकी बेटी से अश्लील हरकतें करता था.

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महिला ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि घर में घुसने से मना करने पर युवक ने उनकी बेटी को जान से मारने की धमकी भी दी थी. महिला ने शिकायत में कहा कि दुबे की हरकतों से परेशान होकर उसकी बेटी ने इस साल 11 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी.

मृतका की मां ने आरोप लगाया कि इस सिलसिले में 13 जुलाई को उसने थाने में आरोपी के खिलाफ तहरीर दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.

एसपी के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा

महिला ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक से गुहार लगायी और उनके आदेश पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने बताया कि औराई थानाक्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 54 वर्षीय एक महिला की शिकायत पर उसी गांव के निवासी विपुल दुबे (25) के खिलाफ पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के आदेश पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिये मजबूर करना या उकसाना) और 351 (3) (जान से मारने की धमकी देना) के तहत शनिवार रात को मुकदमा दर्ज किया गया.

अभी तक गिरफ्तारी नहीं

प्रभारी निरीक्षक राम सरीख गौतम ने बताया कि आरोपी फरार है और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि दो महीने से अधिक बीट जाने के बाद भी न मुकदमा दर्ज हुआ और न ही आरोपी की गिरफ्तारी, इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.