भदोही में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स लखनऊ/कानपुर यूनिट और जनपद पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जॉइंट ऑपरेशन में एक करोड़ के अवैध ड्रग्स के साथ एक आदमी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरा अभी फरार है. ASP अधीक्षक शुभम अग्रवाल ने कहा कि MDMA आमतौर पर एक्स्टसी या मॉली के नाम से जाना जाता है. यह एक अवैध सिंथेटिक दवा है जो मतिभ्रमकारी और उत्तेजना बढ़ाने जैसे दोनों के रूप में काम करती है.
दरअसल, पूरा मामला सुरियावां कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत महजूदा गांव का है. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स लखनऊ यूनिट को लगातार मिल रही सूचना पर लखनऊ और कानपुर यूनिट के साथ जिले के पुलिस ने संयुक्त टीम ने गांव में बने एक घर में छापा मारकर विजय कुमार दूबे को ड्रग्स (मतिभ्रमकारी–hallucinogen + उत्तेजक-stimulant) के साथ गिरफ्तार किया है.
एक करोड़ के ड्रग्स के साथ एक व्यक्ति गिरफ्तार
भदोही एएसपी शुभम अग्रवाल ने बताया कि अभियुक्त के कब्जे से लगभग 1 करोड़ कीमत की 1.010 किलोग्राम अवैध मतिभ्रमकारी उत्तेजक दवा MDMA के साथ साथ तस्कर के पास से 2 लेबोरेट्री रिएजेन्ट कांच की बोतल, 2 इलेक्ट्रॉनिक वजन करने वाली मशीन, 1 एन्ड्रायड मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है.
फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारी ने कहा कि ड्रग्स तस्कर विजय के साथ मकनपुर निवासी प्रज्ज्वल मिश्रा उर्फ विक्की जो इसका साथी था, वह फिलहाल फरार है, जिसकी तलाश तेजी से की जा रही है. इस संबंध में अभियुक्त के विरूद्ध सुरियावां थाना में मु0अ0सं0 411/2025 घारा 8/22 NDPS एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आगे की अग्रिम विधिक कार्रवाई जारी है.
'गर्दा' कोर्ड वर्ड के साथ बेचते थे ड्रग्स
शुभम अग्रवाल ने कहा कि पूछताछ में ड्रग्स तस्कर विजय ने बताया कि वह इसे बेचने के लिए कोर्ड वर्ड 'गर्दा' का इस्तेमाल करते हैं. टीम ने उसके पास से केमिकल बोतलें भी बरामद की थी. जिसके बारे में उसने बताया कि उसकी लक्ष्मी नारायण ट्रेडिंग कंपनी के नाम से फर्म है. जिसके माध्यम से वे केमिकल उन्नाव की पीवी कुमार इंटरनेशनल कम्पनी से मंगाते हैं उसके बाद उसे बनाकर मार्केट में बेचते है.