UP News: बस्ती में गंदगी रोकने के लिए उठाए गए उपाय से हंगामा बरपा हो गया. अधिकारियों ने गंदगी हटाने के लिए भगवान को ढाल बना डाला. कलेक्ट्रेट परिसर की दीवारों पर हिंदू देवी देवताओं के फोटो लगाने से हिंदू महासभा की भावना आहत हो गई. जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कार्यकताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर विरोध जताया. उन्होंने धरना प्रदर्शन कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. रातभर धरने पर बैठने के बाद प्रशासन की हीलावली देख कार्यकर्ताओं ने भगवान की मूर्ति स्थापित करने का संकल्प लिया.


गंदगी रोकने के लिए दीवारों पर लगाई देवी-देवताओं की तस्वीर


देवी देवताओं का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. आज वकीलों ने भी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर आह्वान को समर्थन दिया. हवन पूजन के बाद मंदिर निर्माण का काम चालू हो गया. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट परिसर का है. कलेक्ट्रेट परिसर की दीवार बनने से पहले गंदगी फैलाई जाती थी. अधिकारियों ने पेशाब वाली जगह के पास गेट हटाकर दीवार का निर्माण करा दिया. गंदगी से रोकने के लिए दीवारों पर भगवान राम, लक्ष्मी और देवी देवताओं के फोटो लगा दिए गए. फोटो लगाए जाने का हिंदू महासभा ने विरोध किया. आक्रोशित जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह कार्यकताओं के साथ मौके पर पहुंचे.


हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में दिया धरना


उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पूरी रात धरने पर बैठने के बाद भी मांग नहीं पूरी हुई. आखिरकार उन्होंने तस्वीर लगी दीवारों से सटे भगवान हनुमान की मूर्ति  स्थापना का आह्वान कर डाला. आह्वान के बाद पूरे विधि विधान से हवन पूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ. कार्यक्रम को सफल बनाने में वकीलों ने भी समर्थन भी दिया. भगवान हनुमान की मूर्ति के साथ मंदिर का निर्माण का कार्य शुरू हो गया. हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर की बाउंड्री में लोग कई वर्षों से पेशाब कर रहे थे. गंदगी से रोकने के लिए दीवारों पर भगवान की मूर्ति वाले फोटो लगाए गए. मौके पर पहुंचने के बाद सोचा अनपढ़ या नासमझ व्यक्ति कर सकता है. बाद में पता चला कि अधिकारियों की तरफ से फोटो लगाए गए हैं. तत्काल मैंने जिलाधिकारी को फोन किया. उनके पीआरओ ने फोन पर बताया कि जिलाधिकारी मीटिंग में हैं.


जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग


मैने एसडीएम सदर को फोन पर जानकारी दी. उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया. एडीएम से शिकायत करने पर दिखवा लेने की बात कही. सुनवाई नहीं होने पर मजबूरी में पूरी रात भजन कीर्तन किया गया. प्रशासन का एक भी होमगार्ड नाराजगी की वजह पूछने नहीं आया. इंटेलिजेंस के लोग फोटो खींच कर चले जाते. तीन दिन से वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रहा है. हिंदू समाज विरोध कर रहा है. हिंदू कभी बर्दाश्त नहीं कर पाएगा की पेशाब करने वाली जगह पर भगवान का फोटो लगाया जाय. जनाक्रोश को देख कर प्रशासन बैकफुट पर आया. हमारी शर्ते मानने को तैयार हुआ. मुकदमे की कॉपी अभी तक नहीं दी गई है. आरोपी के खिलाफ कार्रवाई और मंदिर निर्माण के बाद धरना खत्म होगा. उन्होंने दावा किया कि प्रशासन की अनुमति से मंदिर का निर्माण हो रहा है. 


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