Basti News Today: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में आज गुरुवार (13 दिसंबर) को सदर तहसील में उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब एक लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. इसकी खबर फैलते ही लेखपालों में हड़कंप मच गया. आरोपी रिश्वतखोर लेखपाल को बचाने के लिए बड़ी संख्या में लेखपाल और लेखपाल संघ के पदाधिकारी कोतवाली पहुंच गए.
लेखपालों ने उल्टा एंटी करप्शन की टीम पर गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिया. लेखपाल संघ का आरोप है कि एंटी करप्शन टीम ने जानबूझकर जमीन पर पड़े रुपये जबरदस्ती जेब में डालकर कार्रवाई की है. नाराज लेखपाल कोतवाली पहुंच कर इसका विरोध कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?दरअसल, पूरा मामला बस्ती जिले के सदर तहसील के लेखपाल वेद प्रकाश दुबे जुड़ा हुआ है. जहां आज दोपहर को एंटी करेप्शन की टीम ने लेखपाल वेद प्रकाश दुबे को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि बहादुरपुर ब्लॉक के अगई भगाड़ गांव निवासी एक किसान ने अपने जमीन संबंधी समस्याओं के मामले में लेखपाल से संपर्क किया.
पीड़ित किसान ने लेखपाल को वरासत नामा चढ़वाने के लिए आवेदन दिया था. शिकायतकर्ता के अनुसार, इसके बदले लेखपाल ने 50 हजार रुपये की डिमांड की. इसके बाद पीड़ित किसान ने किसी तरह से 20 हजार रुपये का इंतजाम करके लेखपाल को दिया. रिश्वत की रकम मिलने के बावजूद लेखपाल ने किसान का काम नहीं किया और वह पीड़ित को कई महीनों तक दौड़ाता रहा.
ट्रैप बिछाकर किया गिरफ्तारइसके बाद पीड़ित किसान ने थक हारकर एंटी करप्शन टीम के सामने शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत के बाद एंटी करप्शन टीम ने ट्रैप बिछाया और गुरुवार को दोपहर 11.30 बजे टीम ने सदर तहसील के परिसर में ही रिश्वतखोर लेखपाल को रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.
इस मामले में एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों ने बताया कि रिश्वत लेते हुए लेखपाल को गिरफ्तार किया गया है और आगे की विधिक कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने बताया कि शिकायत के बाद एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ा था, इसलिए मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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