बरेली, एबीपी गंगा। साक्षी अजितेश की शादी अब कानूनन रूप से भी मान्य हो गई। साक्षी ने इससे पहले प्रयागराज में मंदिर में सात फेरे लिए थे और हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब दोनों ने अन्तरजातीय विवाह का रजिस्ट्रेशन कराकर अब अपने विवाह पर मुहर लगवा ली। विवाह का पंजीकरण कराने के बाद अब साक्षी मिश्रा का सरनेम बदल गया है और अब साक्षी नायक हो गई है। साक्षी ने अपने भाई के दलित दोस्त अजितेश के साथ भागकर प्रेम विवाह किया था। लेकिन साक्षी का मामला तब सुर्ख़ियो में आया जब उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके अपने विधायक पिता राजेश मिश्रा पप्पू भरतौल से जान का खतरा बताया था।
कड़ी सुरक्षा में रजिस्ट्रार ऑफिस पहुचे साक्षी अजितेश
साक्षी अजितेश आज कड़ी सुरक्षा में उप निबंधक कार्यालय में विवाह का पंजीकरण करवाने पहुंचे। साक्षी सुबह साढ़े 9 बजे ही रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचे और कुछ ही मिनटों में मैरिज का रजिस्ट्रेशन करवाकर चले गए। पुलिस अफसरों ने सुरक्षा की दृष्टि से कल ही सारे इंतजाम करवा दिए थे और सुबह सबसे पहले ऑफिस खुलते ही गुपचुप तरीके से उप निबंधक द्वितीय के कार्यालय में पंजीकरण कराया।
हाईकोर्ट में अजितेश के साथ हुई मारपीट से सबक लेकर गोपनीय तरह से कराया शादी का रजिस्ट्रेशन
दरअसल पुलिस ने हाईकोर्ट में अजितेश के साथ हुई मारपीट से सबक लेते हुए बड़े ही गोपनीय तरीके से साक्षी अजितेश का मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाया। पुलिस को आशंका थी कि साक्षी शादी के बाद पहली बार बरेली आ रही है और ये बात अगर उसके विधायक पिता के चाहने वालो को लग गई तो साक्षी अजितेश की जान को खतरा भी हो सकता है। साक्षी अजितेश के शादी के रजिट्रेशन के वक्त अजितेश के पिता हरीश नायक गवाह रहे।
क्या है साक्षी अजितेश की शादी की कहानी
बता दें कि बिथरी विधायक पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी ने वीर सावरकर नगर निवासी अपने दोस्त अजितेश के साथ जुलाई में प्रेम विवाह किया था। इसके बाद साक्षी ने खुद को विधायक पिता से खतरा बताकर वीडियो वायरल किया था। साथ ही हाई कोर्ट जाकर सुरक्षा की मांग की थी। हाई कोर्ट ने उन्हें दो महीने के अंदर शादी का रजिस्ट्रेशन कराने का आदेश देते हुए सुरक्षा प्रदान की थी। उसी क्रम में साक्षी व अजितेश कड़ी सुरक्षा में बुधवार को यहां पहुंचे। उप निबंधक कार्यालय में साढ़े 9 बजे पिता हरीश नायक के साथ दोनों कार्यालय के अंदर पहुंचे। साक्षी ने नीले रंग का शूट पहन रखा था। अजितेश भी नीली रंग की टीशर्ट पहने थे। शादी का रजिस्ट्रेशन कराया। फिर दोनों कार से निकल गए। इस बीच उनकी सुरक्षा में करीब 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे। कार्यालय के बाहर सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।