यूपी के बाराबंकी जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. प्रेमी के घर आई शादी शुदा प्रेमिका को मौत के घाट उतार दिया गया. इस हत्या के मामले में प्रेमी के घर वाले ही नहीं बल्कि उसका प्रेमी भी शामिल बताया जा रहा है. 

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घटना के बाद प्रेमी संदीप यादव प्रेमिका ममता यादव की हत्या की झूठी कहानी रच रहा था. उसने बताया कि उसकी हत्या में उसके माता-पिता और उसकी चार बहनों का हाथ है, लेकिन पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पूरा परिवार हत्याकांड में शामिल था. 

महिला की हत्या से इलाके में सनसनी

बाराबंकी जिले के मसौली थाना क्षेत्र के शहावपुर में 16 दिसंबर 2025 को उस वक्त सनसनी फैल गई जब 31 साल की एक शादी शुदा महिला ममता यादव की लाश एक घर से बरामद हुई. दरअसल यह महिला अपने प्रेमी संदीप यादव से मिलने गोरखपुर से बाराबंकी आई थी. 

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पुलिस की पूछताछ में घटना के दिन प्रेमी संदीप यादव ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी शुदा प्रेमिका ममता यादव की हत्या उसके घरवालों ने कर दी है. घटना बेहद खौफनाक थी. महिला की कुल्हाड़ी से गला काटकर बेरहमी से हत्या की गई थी. 

गोरखपुर की रहने वाली थी मृतका

मृतका की पहचान गोरखपुर की रहने वाली 31 साल की ममता यादव के रूप में हुई थी. जो पेशे से एक सिविल इंजीनियर थी. वह 15 दिसंबर 2025 की रात करीब 1 बजे बाराबंकी अपने प्रेमी संदीप यादव से मिलने उसके घर पहुँची थी, लेकिन उसकी मंगलवार (16 दिसंबर) को निर्मम हत्या कर दी जाती है.

हत्या के बाद से उसका प्रेमी अपनी 4 बहनों के साथ अपने माता-पिता को हत्याकांड में शामिल बता रहा था. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि हत्या में वो भी शामिल था. पुलिस ने इस मामले में प्रेमी संदीप यादव और उसकी चार बहनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया है. 

पुलिस ने किया प्रेमी की संलिप्तता का खुलासा

शुरुआत में संदीप ने दावा किया था कि उसके माता-पिता और बहनों ने हत्या की है. लेकिन पुलिस जांच में स्वयं प्रेमी की संलिप्तता और साजिश का खुलासा किया है. संदीप और ममता दोनों पहले से विवाहित थे. सोशल मीडिया शादी डॉट काम के माध्यम से उन दोनों के बीच प्रेम संबंध बने थे जो अभी तक चल रहे थे. 

संदीप का गौना (शादी के बाद की जो रस्म होती है) इसी अफेयर के कारण टल गया था, जिससे वह ममता से पीछा छुड़ाना चाहता था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. जिससे कई गहरी छोटे उसके शरीर पर थी. 

फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से जुटाए साक्ष्य

घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम की मदद ली गई थी. मृतका जब घर आई थी तो उसके पास बैग और उसका फोन था, वो नहीं मिला है और न ही संदीप यादव के माता-पिता अभी तक मिल सके हैं. हत्या बेहद सनसनीखेज है. 

घटना के बाद से ही संदीप के पिता कमलेश और माता संतोष कुमारी अभी भी फरार चल रहे हैं. वहीं संदीप यादव और चार बहनें सुधा, निधि, मीरा और कंचन को शनिवार (20 दिसंबर) को पुलिस ने जेल भेज दिया है.