उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा बिष्ट यादव ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने हिंदुत्व और भगवान राम को लेकर जोशीला संबोधन दिया. उन्होंने कहा कि यदि राम के देश में राम के नाम की योजनाएं नहीं चलेंगी तो क्या अल्लाह के नाम की योजनाएं चलाई जाएंगी.
मनरेगा योजना का नाम भगवान राम के नाम पर रखने को लेकर हो रही राजनीतिक बयानबाजी पर उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोला. विपक्ष की ओर से इस बिल में बदलाव का जमकर विरोध किया जा रहा है.
हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार पर बोलीं अपर्णा यादव
इस दौरान अपर्णा यादव ने बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अब हिंदू समाज को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज की रक्षा के लिए यदि शस्त्र भी उठाने पड़ें तो उससे पीछे नहीं हटना चाहिए.
उन्होंने हिंदुओं से संगठित रहने, सतर्क रहने और समाज को मजबूत करने की अपील की. सम्मेलन में उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नारों का उल्लेख करते हुए कहा कि 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' और 'बटेंगे तो कटेंगे' जैसे संदेशों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है.
भगवान के नाम पर योजनाओं के नाम पर क्या कहा?
देश में भगवान के नाम पर चल रही योजनाओं के नाम रखे जाने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं और यह राम युग है, इसलिए योजनाओं और नीतियों में राम का नाम होना स्वाभाविक है.
अपर्णा यादव के विवादित बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. अपर्णा यादव का यह बयान संसद में पारित हुई 'जी राम जी' बिल को लेकर सामने आए है. मोदी सरकार द्वारा 'मनरेगा' बिल में बदलाव कर दिया गया. इसको लेकर विपक्ष की ओर से लगातार हमला किया जा रहा है.