मथुरा के वृंदावन में स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के समय को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर फैसला लिया गया था, जिसकी शुरुआत मंगलवार 30 सितंबर से होनी थी लेकिन गोस्वामी समाज के सदस्यों की आपत्ति के बाद ये लागू नहीं हो पाया है.
सोमवार शाम को हुई बैठक में बांके बिहार मंदिर में दर्शन के समय में बदलाव पर सहमति बन गई थी. जिसके हिसाब से 30 सितंबर 2025 से ठाकुर बांके बिहारी जी के दर्शन समय को लगभग 2 घंटे 45 मिनट बढ़ाया गया था.इसके लिए हाई पावर कमेटी के अध्यक्ष सदस्य और कमेटी में शामिल गोस्वामी समाज के चारों सदस्यों ने लिखित में अपनी सहमति देने की बात कही गई थी.
गोस्वामी समाज के सदस्य ने लगाए आरोप
इस बैठक के कुछ समय बाद ही अब वृंदावन स्थित बांके बिहारी जी मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा मंदिर प्रबंधन के लिए गठित की गई हाई पावर कमेटी पर इस कमेटी के ही सदस्य शैलेंद्र गोस्वामी ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
हाई पावर कमेटी के सदस्य शैलेंद्र गोस्वामी ने कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार पर अपनी मनमर्जी करने और उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मंदिर में दर्शन के समय में बदलाव को लेकर उन पर दबाव बनाकर सहमति ली गई थी.
हाई पावर कमेटी के सदस्य ने लगाए आरोप
शैलेंद्र गोस्वामी की एक चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर मानसिक दबाव डालकर सहमति ली गई हैं. वो शुरुआत से ही दर्शन के समय में बदलाव करने के खिलाफ थे. अपना विरोध दर्ज कराने के लिए वो लिखित पत्र भी लाए लेकिन, उसे स्वीकार नहीं किया गया.
इससे पहले मंगलवार को ही मंदिर में प्रवेश के समय गोस्वामियों और सिक्योरिटी एजेंसी के लोगों के बीच हुए विवाद का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
बता दें कि श्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक हाई पावर कमेटी का गठन किया गया था. इस कमेटी की पांच बैठकें हो चुकी हैं. पांचवी बैठक 29 सितंबर सोमवार को हुई थी, जिसमें मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाए जाने पर सहमति बनी थी.
इनपुट- अनिल सारस्वत