UP News: कानपुर सड़क दुर्घटना (Kanpur Accident) में 26 लोगों की मौत के बाद भी लोग सबक नहीं ले पाए हैं. बांदा (Banda) में अभी भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रैक्टर और लोडर में बैठकर देवी दर्शन के लिए निकल रहे हैं. कानपुर में शनिवार को मंदिर से लौटने के दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली (Tractor-Trolley) पलट गई थी. उस पर लगभग 50 लोग सवार थे. घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लोगों से अपील की थी कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का इस्तेमाल सवारी के लिए न करें. हालांकि इसका असर होता नहीं दिख रहा है. 

जान जोखिम में डालकर कर रहे यात्रा

बांदा मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थापित खत्री पहाड़ में मां विंध्यवासिनी का प्रसिद्ध मंदिर है जहां नवरात्रि के नौ दिन तक दूर-दूर से लोग मां के दर्शन के लिए यहां आते हैं. इस मंदिर में ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में लोग आते हैं. इसमें अधिकांश लोग ट्रैक्टर की ट्रॉलियों का इस्तेमाल कर अपनी जान जोखिम में डालकर यहां आते हैं. हादसे से बेपरवाह इन लोगों के बयान भी बेतुके हैं. इन लोगों का कहना है कि हादसे तो कहीं भी हो सकते हैं. हादसे से डरना है तो यात्रा ही क्यों करें जो होगा देखा जाएगा.

Haridwar: हरिद्वार के संत समाज ने कहा- 'गरबे में आना है तो मुस्लिम युवक पहले करें घर वापसी'

पुलिस ने चालान काटे जाने का किया दावा

सवारियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां पुलिस के सामने से फर्राटे भरते रोजाना निकल रही हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रहती है. कानपुर में हुए बड़े हादसे के बाद बांदा पुलिस को अब ट्रैक्टर-ट्रॉली में यात्री दिखाई दे रहे हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई के नाम पर एक-आध लोगों का चालान कर औपचारिकता पूरी करती दिख रही है. चेकिंग अभियान में लगे बांदा के पुलिस क्षेत्राधिकारी यातायात सत्य प्रकाश ने बताया कि आज हम लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवारी भरकर ले जाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि ट्रॉलियों में सवारी भरकर ले जाने वाले कई ट्रैक्टरों पर चालान की कार्रवाई की गई है.

ये भी पढ़ें -

UP News: '...तो हम किस खेत की मूली है', जब 2024 में गठबंधन के सवाल पर बोले ओपी राजभर